रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश के बीजापुर जिले में माओवादियों ने एक आत्मसमर्पित नक्सली को अगवा कर लिया है। बताया जा रहा है कि अपहृत नक्सली चन्नूराम माड़वी (26) गंगालूर के बाजार गया हुआ था। वहीं से माओवादियों ने मंगलवार दोपहर उसे अगवा कर लिया। फिलहाल सरेंडर नक्सली का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। चन्नूराम तीन महीने पहले ही बीजापुर पुलिस के सामने हथियार डालकर मुख्य धारा में लौट आया था।
मामला जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र का है।आत्मसमर्पण करने के बाद पिछले 2 सप्ताह से चन्नूराम माड़वी अपनी पत्नी पांडे माड़वी और 4 बच्चों के साथ शांतिनगर में रहता था। मंगलवार को वो किसी काम से गंगालूर के बाजार चला गया था। जहां ग्रामीण वेशभूषा में पहुंचे गंगालूर एरिया कमेटी के माओवादियों ने उसका अपहरण कर लिया। जब देर शाम तक चन्नूराम घर नहीं लौटा तो परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद से आत्मसर्पित माओवादी का खोजबीन की जा रही है।
चन्नूराम माड़वी जब संगठन में था तो उस समय यह भैरमगढ़ एरिया कमेटी में जनमिलिशया सदस्य के रूप में सक्रिय रहकर काम कर रहा था। भैरमगढ़, मिरतूर, तिमनार, पुरवाड़ा, कोड़ेपाल एवं अन्य इलाको में तांडव मचाया करता था। संगठन में रहने के दौरान यह भरमार बंदूक भी रखता था। हालांकि, सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर इसने आत्मसमर्पण कर दिया था।
सरेंडर नक्सली चन्नूराम माड़वी जिले के नक्सल प्रभावित गांव जप्पेमरका का रहने वाला है। समर्पण करने के बाद परिवार के साथ इसी गांव में रह रहा था। बताया जा रहा है कि जप्पेमरका में नक्सलियों ने इसे पुलिस मुखबिरी के शक में मारने की कोशिश भी की थी। लेकिन किसी तरह से जान बचाकर वहां से भाग निकला। वहीं दो सप्ताह पहले ही गांव छोड़कर अपने परिवार के साथ शांतिनगर में आकर रहने लगा था।

