दुर्ग (छत्तीसगढ़)। फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक को उसके निलंबन की जानकारी नहीं दिए जाने को शासन ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें की स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम डी.के.पी.बी. कन्या उ.मा.वि. कोटा, बिलासपुर में पदस्थ व्याख्याता एल.बी. भोलाराम बर्मन को फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने की शिकायत मिली थी। जिसके आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया गया था। बर्मन कोटा विद्याल में 11 सितंबर 2021 से प्रतिनियुक्ति पर थे। उनके निलंबन के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने उक्त जानकारी संबंधित स्कूल में प्रस्तुत नहीं की। कार्य मे लापरवाही पाए जाने पर शासन की तरफ से उन अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है जिन्होंने समय पर कोटा विद्यालय में बर्मन के निलंबन की जानकारी समय पर प्रस्तुत नहीं की थी।