भिलाई (छत्तीसगढ़)। अमलेश्वर थाना क्षेत्र में 4 माह पूर्व हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपियों ने पुरानी रंजिश की वजह से इस घटना को अंजाम दिया था। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को जला दिया था, जिससे शव की शिनाख्त करने में भी पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
आपको याद दिला दें कि एक नवंबर 2021 ग्राम अमलीडीह में सरजू जोशी के खेत के पास अज्ञात पुरुष का जला हुआ शव अमलेश्वर पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की थी। पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को जलाए जाने की जानकारी सामने आई। जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न थानों में दर्ज गुम इंसान संबंधी मामलो की खोजबीन प्रारंभ की। जिसमें सफलता मिली और मृतक की पहचान भिलाई – 3 निवासी शेख मेहजुधन उर्फ टुनटुन (40 वर्ष) के रुप में हुई।
शव के साथ मिलेजुले कपडों, चप्पल और कलाई पर बंधे धागे के आधार पर उसके परिजनों ने इसकी पुष्टि की। मृतक के अपराधिक प्रवृत्ति का होने और लगभग 6 माह पूर्व मोहल्ले के ही मोहम्मद अशरफ के साथ मारपीट होने उसकी कार को मृतक द्वारा जला दिए जाने की जानकारी भी सामने आई। इस बात को लेकर इनकी आपसी रंजिश काफी बढ़ गई थी। मृतक शेख मेहजधीन से बदला लेने की नियत से आरोपी मोहम्मद अशरफ, संदीप पाटिल एवं राहुल चौरसिया ने मृतक शेख मेहजुधीन को मारने की योजना बनाई। 31 अक्टूबर की रात लगभग 12:30 बजे अशरफ, संदीप पाटिल उर्फ शेट्टी, राहुल चौरसिया रेल पटरी के पास बैठकर शराब पी रहे थे। उसी समय मेहरूधीन उर्फ टुनटून वहां से निकला, तो तीनों एक राय होकर हत्या करने के उद्देश्य से शेख मेहजुधीन को पकड़ा और गर्दन को कसकर दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद, मृतक की लाश को मारुती सुज़ुकी कार क्रमांक सीजी 04 एवं 3559 में डाल कर सिरसा गेट होते हुए औरी, भाटागांव, अमलीडीह के रूट से अंदर जामगांव वाले रास्ते में खेत के पास रोड किनारे कार रोक कर पेट्रोल डालकर जला दिए । उसके बाद तीनो कार व मोटर सायकल से जामगांव होते हुए अंदर ही अंदर ग्राम अमेरी होते हुए वापस सिरसा गेट पहुंच कर अपने अपने घर चले गए। आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त वाहन एक्टीवा स्कूटी सीजी 07 ए एच 7918 एवं मारुति सुजुकी कार क्रमांक सीजी 04 एच 3559 जब्त कर ली गई है। मामले का खुलासा करने में अमलेश्वर टीआई गोपाल वैश्य , एएसआई यशवत श्रीवास्तव, पूर्ण बहादुर हेड कांस्टेबल सुनील वर्मा, आरक्षक संतोष गुप्ता, पन्ने लाल, अनुप शर्मा, शमीम खान एवं सायबर सेल की विशेष भूमिका रही।
