बच्चों के सहयोग से चोरी की वारदात को अंजाम देने वालें गिरोह का पर्दाफाश, महिला सरगना सहित 7 सपड़ाए

भिलाई (छत्तीसगढ़)। छावनी पुलिस द्वारा बच्चों के सहयोग से चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह को एक महिला संचालित कर रही थी। महिला बच्चों को रैकी करने के साथ चोरी को अंजाम देने का प्रशिक्षण प्रदान करती थी। पुलिस ने महिला सरगना सहित में गिरोह में शामिल तीन युवकों व तीन नाबालिगों को अपने कब्जे में लिया है। आरोपियों के कब्जें से लाखों रुपए का चोरी का सामना बरामद किया गया है।

यह जानकारी एसएसपी बीएन मीणा ने यहां आयोजित पत्रवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपिया एन. इमला एवं ए. मीना संगठित रूप से अपचारी बच्चों को प्रशिक्षण देकर छावनी इलाक़े के सूने घरों की रेंकी कराई जाती थी। उसके बाद नक़ब्जनी के सामानों से लैस होकर मौका देख घटना को अंजाम दिया जाता था। चोरी करते समय सभी फ़िल्मी स्टाइल में अलग लग रोल अदा करते थे। कोई सदस्य सामान बेचने का, कोई घूमने का बहाना बना कर आस पास आने जाने वालों पर नज़र रखते थे और अपचारी बालक छोटी से छोटी जगह से घर में प्रवेश कर मिलने वाले समस्त क़ीमती समानो पर हाथ साफ़ करते थे। सामान को वो तत्काल महिलाओं को सौंप कर वही आस पास उपस्थित रहते थे। जब सब कुछ सही लगता तब इलाक़ा छोड देते थे चोरी गए सामान को छुपाकर रखते थे एवं मिलने वाले नगद से अपने शौक़ पूरा करते थे। इनका तरीक़ा-ए-वारदात ऐसा था कि कोई क्लू नहीं मिल रहा था। चोरी की बढ़ती वारदातों को देखते हुए क्षेत्र में संदिग्ध रूप से घूमने वालों पर नजर रखने एवं कार्रवाई करने बाबत एएसपी सिटी संजय ध्रुव तथा सीएसपी छावनी कौशलेंद्र देव पटेल थाना छावनी टीम को सफलता हेतु विशेष टिप्स दिए गए। जिन पर अमल करने के बाद चोरी करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि महिला सरगनाओं द्वारा चोरी के समान विशाखापट्टनम ले जाकर बेचने का प्रयास किया गया, लेकिन सफल नहीं हुई। वहीं पुलिस के कब्जें में आने पर उनकी निशानदेही पर छुपा कर रखा गया चोरी का सामान बरामद किया गया।
इस मामले में शामिल सरग़ना एन एमिला, कमल कुमार, उदय किरण, कुलदीप सिंह एवं तीन अपचारी बालकों से सोने चांदी के जेवरात, बर्तन, एलईडी टीवी, घड़ी सहित 2 लाख 21 हजार 500 रूपए का सामान जब्त किया गया है। आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इस गिरोह का खुलासा करने में एसआई नरेश सार्वा, रामेंद्र यादव, एएसआई डेरन सिंह राजपूत, हेड कांस्टेबल रामनारायण यदु,आनंद तिवारी, कांस्टेबल जसपाल सिंह, हरक सिंह, नितिन सिंह, ग़ुनीत कुमार, अनिल तिवारी, छत्रपाल बिसेन, नीलकंठ यादव, योगेंद्र ठाकुर एवं महिला आरक्षण एलिसा की विशेष भूमिका रही।