बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर चिटफंड कंपनियों के माध्यम से ठगी का शिकार हुए निवेशकों की रकम वापस दिलाए जाने की प्रक्रिया तेजी से जारी है। विभिन्न मामलों में फरार चल रहे आरोपी कंपनियों के डायरेक्टरों के खिलाफ पुलिस का शिकंजा लगातार कसते जा रहा है। इसी कड़ी में बिलासपुर के कोटा पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने निर्मल इन्फाहोम कार्पोरेशन लिमिटेड विरूद्ध जिला एवं राज्य के दर्ज प्रकरणों में फरार चल रहे 6 डायरेक्टर्स को अपने कब्जे में लिया है।
एएसपी रूरल रोहित झा ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ कोटा थाना दफा 420, 34 भादवि एवं छ0ग0 के निक्षेपको के हितो का सरक्षण अधिनियम 2015 की धारा 10 व धन परिचालन अधिनियम 1978 की धारा 4.5.6 दर्ज है। जिसमें ये फरार थे। इन डायरेक्टर्स पर लगभग 07 करोड़ रूपये की ठगी करने का आरोप है। वहीं पूरे राज्य के 12 प्रकरणों में 13 करोड़ 79 लाख 93, हजार 955 रुपए की रकम निवेशकों से ठगी की गई है। पुलिस की पकड़ में आए आरोपियों में से पांच मध्य प्रदेश के शाजापुर तथा एक ग्वालियर का निवासी है। सभी आरोपी उडीसा के भुवनेश्वर जेल में निरुद्ध थे।
पुलिस कंपनी के डायरेक्टर्स शाजापुर निवासी अभिषेक सिंह चौहान (37 वर्ष), हरिश शर्मा (33 वर्ष), निरंजन सक्सेना (43 वर्ष), लखन सोनी (35 वर्ष), आशीष चौहान (36 वर्ष) तथा ग्वालियर निवासी प्रबल प्रताप सिंह (38 वर्ष) से फिलहाल कंपनी की संपत्तियों की पतासाजी कर रही है। आरोपियों डायरेक्टरों के खिलाफ जिला बिलासपुर पुलिस में 01 अपराध, कांकेर 01, रायगढ़ 01, सरगुजा 04, बलौदाबाजार 01, दंतेवाड़ा 01, बेमेतरा 01, रायपुर 02, अपराध दर्ज है। कंपनी के विरूद्ध जिले में लगभग 2972 आवेदन प्राप्त हुए है। इस कार्यवाही में कोटा टीआई दिनेश चन्द्रा, एसआई अशोक द्विवेदी, एएसआई हेमसागर पटेल, कांस्टेबल शैलेंद्र दिनकर की विशेष भूमिका रही।

