अंजोरा बाईपास पर हुई चौकीदार की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, झापड़ मारे जाने से नाराज था आरोपी

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अंजोरा बाईपास पर निर्माणाधीन अस्पताल बिल्डिंग के चौकीदार की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस के लिए मौके पर बरामद बटन  हत्यारे तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण सुराग साबित हुआ। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपराध को स्वीकारते हुए बताया कि चौकीदार द्वारा मारपीट किए जाने से नाराज होकर इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर वारदात में उपयोग में लाए गए चाकू को बरामद कर लिया है।

बता दें कि 24 नवंबर को मोहन नगर पुलिस ने अंजोरा बाईपास पर निर्माणाधीन अस्पताल की बिल्डिंग से एक शव बरामद किया था। मृतक की शिनाख्त रिसाली निवासी सन्नी जान (50 वर्ष) के रूप में हुई थी। सन्नी जान वारदात के कुछ दिनों पूर्व ही बिल्डिंग की चौकीदारी के लिए काम पर लगा था। पुलिस को मौका-ए-वारदात से हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी और मौके से शर्ट का बटन बरामद हुआ था। पुलिस का अनुमान था कि आपसी रंजिश के कारण इस वारदात को अंजाम दिया गया है। संदेह के आधार पर 9 लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए अपने कब्जे में लिया था।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में खुलासा हुआ कि मृतक सन्नी रात लगभग साढ़े आठ बजे ड्यूटी जा रहा था। रास्ते में आरोपी कुवंर सिंह से उसकी मुलाकात हुई। दोनों ने साथ मिलकर शराब पी। जिसके बाद दोनों साथ साथ मौके पर पहुंचे। जहां पर हेलोजन लाइट जलाने को लेकर दोनों में विवाद हुआ। इस दौरान सन्नी ने कुवंर सिंह अयाम को थप्पड़ मार दिए। जिससे नाराज कुवंर हथौड़ी लेकर आया और सन्नी को फिर से मारने के लिए उकसाया।। जिस पर सन्नी ने फिर से उसकी पिटाई कर दी। पिटाई के दौरान आरोपी ने सन्नी के सिर पर हथौड़ी से वार कर दिया। घायल सन्नी जमीन पर गिर गया।
पहले खाया अंडा भुर्जी फिर रेता गला
घायल सन्नी को मौके पर छोड़ कर आरोपी अपने कमरे में गया और अंडा भुर्जी बनाकर खाई। जिसके बाद घायल सन्नी के पास फिर से पहुंचा जहां उसे दर्द से कराहता देख सिर पर पहले सीमेंट के पत्थर से वार किया जिसके बाद चाकू से गला काट दिया, इस दौरान चाकू से उसके कान भी काट दिए। जिससे सन्नी की मौत हो गई। आरोपी मूल रूप से मध्य प्रदेश के डिंडोरी का रहने वाला है। यहां निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम करते था और वही पर रहता भी था। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पत्थर व तेजधार हथियार पुलिस ने जब्त कर लिया है।
खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका
हत्या के इस मामले को गंभीरता सै लेते हुए एसएसपी ने मामले की बारीकी से जांच कर आरोपी को गिरफ्त में लिए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। एएसपी सिटी संजय ध्रुव, सीएसपी जितेन्द्र यादव के मार्गदर्शन में पड़ताल प्रारंभ की गई। जिस पर थाना मोहन नगर के एसआई दिनेश कुमार, एएसआई किरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल कांति शर्मा, मनीष अग्निहोत्री, सनत भारती, सिविल टीम के हेड कांस्टेबल राजेन्द्र वानखेडे, कांस्टेबल जावेद खान, प्रदीप ठाकुर, तिलेश्वर राठौर, केशव साहू , मो.फारुख, चित्रसेन, धीरेन्द्र यादव, जगजीत सिंह जग्गा ने मामले का खुलासा किया।