दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भिलाई में संचालित मित्तल हाॅस्पिटल पर आयुष्मान कार्डधारियों से दवाईयों के नाम पर नगद रकम की वसूली किए जाने के मामले सामने आया है। इसकी शिकायत प्रदेश पत्रकार यूनियन द्वारा कलेक्टर से करते हुए हाॅस्पिटल प्रबंधन व जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है। यूनियन के पदाधिकारियों ने इस वसूली का विरोध किए जाने पर हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा पत्रकार साथी आनंद राजपूत का सही इलाज नहीं किए जाने का आरोप भी लगाया है। यूनियन का आरोप है कि इलाज में की गई अनदेखी से पत्रकार साथी की मौत हो गई।
संगठन के प्रदेश महासचिव सतीश बौद्ध व जिला महासचिव राज यादव द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि। पत्रकार साथी आनंद राजपूत को इलाज के लिए भिलाई के स्मृति नगर में संचालित मित्तल हाॅस्पिटल में 20 नवंबर को दाखिल कराया गया था। जहां आनंद के परिजनों से आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद भर्ती किए जाने से पूर्व 20000 रुपए की नगदी रकम परिजनों से जमा कराई गई। जिसकी किसी प्रकार की. रसीद नहीं दी गई। इलाज प्रारंभ होने के दौरान इंजेक्शन, मेडिकल इंस्ट्रूमेंट, दवाओं को हॉस्पिटल परिसर की प्रथम तल पर मौजूद मेडिकल सेंटर से नगद खरीदने मजबूर किया गया। नगद में खरीदी सामग्रियों की रसीद की मांग किए जाने पर देने से इंकार कर दिया गया। शा
साथ ही टेस्ट के नाम पर भी बिना रसीद के नगदी रकम ली गई। जिसकी शिकायत करने पर हॉस्पिटल के प्रशासनिक अधिकारी कौशिक अग्रवाल ने आनंद राजपूत के परिजनों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए धमकी दी कि मरीज का अभी हमारे अस्पताल में इलाज चल रहा है, हम देख लेंगे। जिसके बाद इलाज के दौरान ही आनंद राजपूत की 23 नवंबर को मौत हो गई है। इस दौरान इलाज के नाम पर आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी मरीज आनंद के परिजनों से डेढ़ लाख रुपए से अधिक की नगद रकम वसूल कर ली गई। पत्रकार यूनियन ने इस मामले में हॉस्पिटल मेनेजमेंट के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर इलाज के नाम पर वसूली गई रकम को वापस परिजनों को दिलाए जाने की मांग की है।
