नया खाई के अवसर पर अपने पैतृक गांव पहुंचे मुख्यमंत्री, ग्रामीणों से की देर तक चर्चा

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नया खाई एवं नया पानी के अवसर पर अपने गांव कुरूदडीह में पूजा करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे ।उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीण जनों से बातचीत की। मुख्यमंत्री हर दशहरे के अवसर पर नया खाई में अपने पैतृक घर मे पूजा करते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणजनों से पूछा कि नया खाई की पूजा हो गई क्या। उन्होंने कहा कि हर साल दशहरे में आपके साथ बहुत अच्छा लगता है।

ग्रामीणों ने भी कहा कि हम भी उत्सुकता से इस दिन का इंतजार करते हैं। इस मौके पर अपने गांव के पुराने दोस्तों से भी उन्होंने बातें की। उन्होंने अपने बचपन के दिनों को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से वह अपने साथियों के साथ गांव की विभिन्न गलियों में घूमा करते थे। अपने दोस्त नारायण को देखकर उन्होंने पूछा- तुम्हें चश्मा कब लग गया। गांव की बुजुर्ग महिलाओं से भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने कहा की मैं आप सबकी दुख तकलीफ में हमेशा साथ खड़ा हूं। गांव की सेवा के लिए हमेशा आपके साथ खड़ा हूं। गांव की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ी में मुख्यमंत्री को कहा कि तय नहीं हरबे हमर दुख ला तो कौन हरहि, आपसे ही उम्मीद है अच्छा करत हव, अच्छा होही। चर्चा के दौरान यह पता चला कि गांव कुछ लोगों का नाम मुख्यमंत्री ने ही रखा है। ग्रामीणों से हुई चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन ग्रामीणों से बातचीत हो रही है उनमें से कुछ का नाम तो उन्होंने ही रखा है। मुख्यमंत्री ने मौके पर बच्चों से और बुजुर्गों से भी बातचीत की।
बचपन के दोस्त को हेलीकॉप्टर में बिठाया और साथ में ले गए रायपुर
पैतृक ग्राम कुरूदडीह मुख्यमंत्री अपने बचपन के दोस्त नारायण निषाद से भी मिले। पिछली बार चर्चा के दौरान नारायण ने मुख्यमंत्री से यूं ही कह दिया था कि कभी जब हेलीकॉप्टर में आप गांव में आए तो मुझे भी दिखाएं। मुख्यमंत्री ने आज कहा की आज मैं हेलीकॉप्टर से आया हूं मेरे साथ रायपुर चलो। उन्होंने अपने मित्र के साथ मौके से हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी।