कवर्धा में हुई घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग, हिन्दू युवा मंच ने निकाला चेतावनी मार्च

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कवर्धा में पिछले दिनों हुए सांप्रदायिक विवाद की आंच दुर्ग भी पहुंच गई है। घटना को लेकर हिन्दू युवा मंच ने नाराजगी जाहिर करते हुए चेतावनी मार्च निकाला और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें पूरी घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की गई है। संगठन का आरोप है कि कवर्धा में हिन्दूओं पर अत्याचार किया गया है, लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक जिम्मेदारों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई है।

बता दें कि कवर्धा में पिछले रविवार को ध्वज लगाए जाने के विवाद को लेकर दो संप्रदायों में हिंसक झड़प हो गई थी। इस विवाद के विरोध में मंगलवार को कवर्धा में हिन्दू संगठनों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया गया था। दोनों ही घटनाओं को नियंत्रित में करने के लिए पुलिस को कठोर कार्रवाई करनी पड़ी थी। जिसके बाद उत्पात मचाने के आरोप में कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया जा रहा है।

कवर्धा की इस घटना के विरोध में हिन्दू युवा मंच ने आज शहर में प्रदर्शन किया। विरोध स्वरूप चेतावनी मार्च निकाला गया। स्थिति को अनियंत्रित होने से पहले प्रशासन ने एतिहायत के तौर पर कदम उठाना प्रारंभ कर दिया था। जगह जगह नाकेबंदी किए जाने के साथ नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। मुख्य मार्ग की सभी दुकानों को एतिहायतन बंद करा दिया गया था। वहीं हिन्दू संगठनह के कार्यकर्ताओं को कलेक्टोरेट पहुंचने से पहले ही पटेल चौक पर रोक दिया गया। जहां लगभग एक घंटे तक नारेबाजी करने के बाद संगठन की ओर से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम विनय पोयाम को सौंपा गया। ज्ञापन में कवर्धा में हुई घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग किए जाने के साथ भगवा ध्वज का अपमान कर हिन्दू भावनाओं को आहत करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है। इसके अलावा कार्रवाई करने में कोताही बरतने वाले अधिकारी को बर्खास्त किए जाने की मांग भी की गई है। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी संगठन ने दी हैं। प्रदर्शन के दौरान कहीं भी विवाद की स्थिति निर्मित नहीं होने की जानकारी मिली है।