सांप से डसवाकर की हत्या, शीर्ष अदालत ने नहीं दी सहयोगी को जमानत, कहा बन गया है नया ट्रेंड

नई दिल्‍ली। शीर्ष अदालत ने सांप से डसवाकर एक महिला की हत्या करने के मामले में आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि ये नया ट्रेंड है कि लोग सपेरे से जहरीला सांप ले आते हैं और इसके जरिए हत्या कर देते हैं। राजस्थान में ये अब कॉमन होता जा रहा है।

सुनवाई के दौरान आरोपी कृष्ण कुमार की ओर से पेश वकील आदित्य चौधरी ने अदालत में कहा कि आरोपी के खिलाफ कोई सीधे सबूत नहीं है। उस पर आरोप है कि वो मुख्य आरोपी के साथ सपेरे के पास गया था और उसके जरिए दस हजार रुपये में सांप खरीदा था। चौधरी की दलील थी कि उसे नहीं पता था कि उसका दोस्त सांप या जहर किसलिए खरीद रहा है। उसे बताया गया था कि ये दवा के लिए चाहिए। इसके अलावा वो सांप लेकर महिला के घर भी नहीं गया था। चौधरी ने कहा कि आरोपी इंजीनियरिंग का छात्र है और उसके भविष्य के लिए जमानत दी जानी चाहिए।
यह मामला 2019 में सुर्खियों में आया था। एक महिला द्वारा अपनी सास को सांप से डसवाकर हत्या कर दी गई। घटना राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक गांव की है। आरोप है कि बहू अल्पना का जयपुर निवासी मनीष के साथ विवाहेतर संबंध था। अल्पना और उनकी सास सुबोध देवी गांव में एक साथ रहती थीं। अल्पना के पति और उनके भाई सेना में हैं और बाहर रहते थे। सुबोध देवी के पति राजेश भी नौकरी के कारण दूर रहते थे। सचिन और अल्पना की शादी 12 दिसंबर 2018 को हुई थी। जब उसका पति दूर था, तब अल्पना के मनीष के साथ विवाहेतर संबंध बन गए। वे अक्सर बात भी करते थे। जब सुबोध देवी को अफेयर की भनक लग गई और वह हमेशा फोन पर रहने के लिए उसे ताना मारने लगी।
जब उसकी सास  प्रेम कहानी में बाधा बनने लगी तो अल्पना और उसके प्रेमी मनीष ने सुबोध देवी को इस तरह से मारने की योजना बनाई, जिससे वो फंसे भी नहीं। 2 जून 2019 को सुबोध देवी को सांप ने डस लिया। उसकी मौत के डेढ़ महीने बाद, अल्पना के ससुराल वालों को उस पर शक हुआ और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कुछ सबूत भी दिए। परिवार ने पुलिस को अल्पना और मनीष के फोन नंबर दिए। पुलिस के मुताबिक 2 जून को अल्पना और मनीष के बीच 124 और अल्पना और कृष्ण कुमार के बीच 19 कॉल की गईं। इन नंबरों के बीच कुछ मैसेज भी शेयर किए गए। पुलिस ने अल्पना, मनीष और उसके दोस्त कृष्ण कुमार को सुबोध देवी की हत्या में शामिल माना। उसे 4 जनवरी, 2020 को गिरफ्तार कर लिया गया  तभी से वो जेल में है।