स्वास्थ्य सुविधाएं विस्तारित करने पारदर्शी व जवाबदेही से किया जाए काम : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव

रायपुर (छत्तीसगढ़)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव आज राजनांदगांव के अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की स्वशासी समिति की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन को सीजीएमएससी (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन) से सामग्रियों की आपूर्ति के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में कहा कि जनहित में बेहतर प्रबंधन और पारदर्शिता लाने के लिए एक सुचारू व्यवस्था बनाने की जरूरत है। मांग के आधार पर शासन द्वारा उपकरणों, सामग्रियों एवं दवाईयों की आपूर्ति की जाएगी। इनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने सभी शासकीय मेडिकल कॉलेजों और सीजीएमएससी के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत है। इसके लिए एक तकनीकी समिति का भी गठन किया जाएगा।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सिंहदेव ने बैठक में कहा कि प्रदेश के सभी दस शासकीय मेडिकल कॉलेजों में एक ही तरह के मशीनों की खरीदी की जानी चाहिए। इसके लिए पारदर्शी एवं जवाबदेह व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं। स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के खतरों के दृष्टिगत सभी जिलों में ऑक्सीजनयुक्त बेड बढ़ाए जा रहे हैं। राजनांदगांव जिले में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने स्वशासी समिति की बैठक वर्ष में दो बार आयोजित किए जाने का सुझाव दिया। आज हुई समिति की बैठक में वर्ष 2021-22 के लिए मदवार कुल साढ़े सात करोड़ रूपए के बजट प्रावधान की स्वीकृति प्रदान की गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में कहा कि राजनांदगांव जिले में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अच्छा इलाज किया जा रहा है। प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए 1715 पदों पर सीधी भर्ती की जा रही है। उन्होंने जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलग-अलग होने के बाद की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। बैठक में मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय परिसर में चिलर प्लांट, एसटीपी, ईटीपी, मेन ट्रांसफार्मर, जनरेटर, वाटर पंप, फायर अलार्म सिस्टम, यूपीएस, एचटी पैनल, ट्रैफिक सुविधा, पार्किंग शेड, बैंक के लिए भवन निर्माण, लैब संचालन, स्टॉफ, दवाईयों के डिस्पोजल, मशीनों के रखरखाव, दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के वेतन के भुगतान, ऑक्सीजन रिफलिंग के भुगतान तथा नवीन अस्पताल भवन पेण्ड्री में स्थानांतरण के बाद जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के वेतन आहरण के संबंध में चर्चा की गई।