रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश की राजधानी रायपुर में गणेशजी की प्रतिमाओं को असम्मान जनक तरीके से विसर्जित किए जाने की गाज जोन कमीश्नर पर गिरी है। जोन क्र. 1 के कमीश्नर नेतराम चंद्राकर को इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए निलंबित किया गया है। मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद महापौर एजाज ढेबर के निर्देश पर निलंबन की यह कार्रवाई की गई है।
राजधानी में पिछले दिनों महादेव घाट के विसर्जन कुंड भगवान गणेश की छोटी प्रतिमाओं को बेतरतीब तरीके से निगम के कर्मचारियों द्वारा विसर्जित किए जाने का मामला सामने आया था। सोशल मिडिया पर वीडियो वायरल होने और आलोचनाओं के बाद रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए जांच के आदेश दिए थे और कहा था कि इसके लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जांच समिति की रिपोर्ट आते ही महापौर एजाज ढेबर ने जोन क्रमांक 1 के कमिश्नर नेतराम चंद्राकर को विसर्जन कुंड की घटना में गलती पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बता दें कि गणेश जी की प्रतिमाओं को अपमानित तरीके से नगर निगम के कुछ कर्मचारियों द्वारा निगम के वाहनों से सीधे कुंड में फेंका जा रहा था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था। भाजपा पार्षद मीनल चौबे और मृत्युंजय दुबे ने स्थल पर कड़ा विरोध जताया था। महापौर भी तत्काल पहुंचे और लोगों को समझाईश दी थी। जिसके बाद महापौर ने एक्शन लेते हुए तत्काल प्रभाव से 3 कर्मचारियों को निलंबित किया था, वही समिति भी गठित की गई थी, जिसमें लोकेश्वर साहू अपर आयुक्त, बी आर अग्रवाल और विजय पांडे को नियुक्त किया गया था, रिपोर्ट समिति ने दे दी है। जिसमें बताया गया कि ड्यूटी जोन कमिश्नर नेतराम चंद्राकर की थी लेकिन उस वक्त वे स्पाट पर नहीं थे। इसलिए महापौर ने कडा रूख अख्तियार करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।