मेजबान इग्लैंड और भारत के बीच केनिंगटन ओवल में सोमवार को खत्म हुए चौथे टेस्ट मैच के आखिरी और पांचवें दिन के आखिरी सेशन के शुरुआती घंटे में इंग्लैंड को उसकी दूसरी पारी में 210 रनो पर समेटकर भारत ने चौथा टेस्ट मैच 157 रनों के विशाल अंतर से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। वास्तव में तीसरे सेशन में भारत को सिर्फ जीत की औपचारिकता भर पूरी करनी थी। चायकाल के समय इंग्लैंड का स्कोर 8 विकेट पर 193 रन था और तीसरे सेशन का खेल शुरू होने के बाद दूसरी नयी गेंद के साथ उमेश यादव ने दोनों विकेट चटकाकर करोड़ों भारतीय प्रशंसकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। शतकवीर और 137 रन की पारी खेलने वाले रोहित शर्मा को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
बता दें कि केनिंगटन ओवल मैदान पर भारत को किसी मैच में 50 साल बाद जीत नसीब हुई है, जिसके नायक कई खिलाड़ी रहे। रोहित शर्मा ने इस मैच में शतक जड़कर एक अच्छा आधार रखा, तो शार्दूल ठाकुर ने आड़े समय में दोनों पारियों में अर्द्धशतक बनाया और साथ ही उन्होंने मैच में तीन विकेट भी लिए, तो वहीं आखिरी दिन पिच पर बन चुके रफ को रवींद्र जडेजा ने अच्छी तरह से भुनाते हुए एंगल बदल-बदलकर गेंदबाजी करते दो विकेट लिए, तो उमेश यादव ने दूसरी पारी में भी तीन विकेट लेते हुए मैच में कुल छह विकेट चटकाए।
चायकाल के समय इंग्लैंड ने 8 विकेट पर 193 रन बनाए थे और भारत यहां जीत और सीरीज में 2-1 की बढ़त से सिर्फ दो विकेट दूर था। उमेश यादव के क्रिस वोक्स का विकेट लेने के साथ ही अंपायरों ने चायकॉल का ऐलान कर दिया था। इंग्लैंड को आखिरी सेशन में इंग्लैंड को जीत के लिए 175 रन बनाने थे और भारत को दो विकेट चटकाकर औपचारिकता भर पूरी करनी थी, जो उमेश यादव ने जल्द ही कर भी दी।दूसरा सेशन भारत के लिए मैच का सर्वश्रेष्ठ सत्र बनकर आया और इस सेशन में भारत ने 6 विकेट लिए। खासकर जसप्रीत बुमराह के सामने अंग्रेज बल्लेबाज एकदम पस्त दिखायी पडे़। चायकाल तक भारतीय गेंदबाजों में बुमराह, जडेजा और ठाकुर ने दो-दो विकेट लिए, जबकि उमेश यादव ने एक विकेट लिया।
इंग्लैंड ने भारत से जीत के लिए मिले 368 रनों का पीछा करते हुए लंच के समय तक दो विकेट पर 131 रन बनाए थे। यहां से उसे यह टेस्ट जीतने के लिए दिन के बाकी बचे न्यूनतम 63 ओवरों में 237 रन और बनाने थे। लंच के समय कप्तान जो. रूट 8 और हसीब हमीद 62 रन बनाकर खेल रहे थे. भारत ने पहले सेशन में इंग्लैंड के दो विकेट गिराए. दूसरे विकेट के रूप में डेविड मलान (5) रन आउट हुए। वही, पहला सफलता शार्दूल ठाकुर ने दिलायी, जब उन्होंने रॉरी बर्न्स (50) को विकेट के पीछे लपकवाकर अपनी टीम को पहला विकेट दिलाया, लेकिन उससे पहले बर्न्स ने हसीब हमीद के साथ विकेट विकेट के लिए सौ रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को ठोस शुरूआत दी।
आखिरी दिन का दूसरे सेशन भारत के लिए बहुत ही ज्यादा शुभ साबित हुआ. दूसरा सेशन शुरू ही हुआ था कि लेग साइड पर रफ पर लगातार टप्पा रखकर हसीब को छकाने की कोशिश कर रहे जडेजा को कामयाबी मिल ही गयी, जब अच्छे घुमाव से उन्होंने हसीब को बोल्ड का दिया। लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह बहुत ही हैरान कर देने वाला था और अगली 19 गेंदों के भीतर भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड के तीन विकेट गिराकर मेजबानों को “बिगेस्ट ब्लो’ देते हुए करीब-करीब मैच की इबारत लिख दी। इन 19 गेंदों के भीतर सबसे प्रचंड वार किया जसप्रीत बुमराह ने, जिन्होंने पहले पिछली पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी करने वाले ओली पोप (2) और फिर बैर्यस्टो (0) को बेहतरीन यॉर्कर पर बोल्ड करते हुए 12 गेंदों के भीतर दो बड़े विकेट लिए। इसके बाद अगर कुछ कसर बाकी थी, तो यहां से ठीक छह गेंद बात जडेजा ने मोइन अली (0) को शॉर्टलेग पर लपकवाकर पूरी कर दी। 19 गेंदों के भीतर तीन बड़े विकेट गंवाने से इंग्लैंड पूरी तरह से बैकफुट पर आ गया।