नंदकुमार बघेल की बयानबाजी से ब्राह्मण समाज उद्वेलित, फूंका पुतला, की गिरफ्तारी की मांग

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। ब्राह्मणों के खिलाफ नंदकुमार बघेल द्वारा की जा रही प्रतिकूल टिप्पणी का मामला तूल पकड़ते नजर आ रहा है। इस टिप्पणी से उद्वेलित ब्राह्मण समाज द्वारा आज शनिवार को पुलगांव मिनीमाता चौक पर प्रदर्शन किया गया और नंदकुमार बघेल का पुतला फूंका। प्रदर्शन बाद पुलगांव टीआई को ज्ञापन सौंपकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाएं शामिल रही।

सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि विज्ञान, स्वतंत्रता आंदोलन, राजनीतिक सहित हर क्षेत्र में ब्राह्मण समाज का उल्लेखनीय योगदान रहा है। आचार्य ब्रह्म भट्ट, चाणक्य, मंगल पांडेय, खुदीराम बोस, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, पंडित रविशंकर शुक्ल, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणव मुखर्जी जैसी अनेक विभूतियां है, जिन्होंने देश के लिए अनेक योगदान दिया है। इस स्थिति में ब्राह्मण समाज का अपमान किया जाना शर्मनाक है। इस मौके पर समाजसेवी नमिता शर्मा ने कहा कि नंदकुमार बघेल कई वर्षों से ब्राह्मण समाज पर अनर्गल टिप्पणी करते आ रहे हैं। अब यह ब्राह्मण समाज के लिए असहनीय हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि नंदकुमार बघेल के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो इस आंदोलन का क्षेत्रीय से राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया जाएगा। वहीं राहुल पंडित ने बयान की निंदा करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज सर्व सभाज को सदियों से साथ लेकर चलता आया है। कभी भी जाति भेद या समाज भेद नहीं किया है। वहीं नंदकुमार बघेल समाज में भेदभाव का जहर घोल ब्राह्मण समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अब उग्र आंदोलन कर इसका विरोध किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान विक्की शर्मा ने भी अपने विचार रखे।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से नंदकुमार बघेल का लखनऊ में दिए गए बयान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें ब्राह्मणों को विदेशी बताते हुए उन्हें देश से बाहर निकाले जाने की बात कही जा रही है। साथ ही अन्य समाजों से ब्राह्मणों का वहिष्कार कर उन्हें शहर, गांव से बाहर निकाले जाने का आव्हान भी किया गया है। विडियों में नंदकुमार कहते नजर आ रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में इसकी हमने शुरुआत कर दी है। इन प्रतिकूल बयानों पर ब्राह्मण समाज में नाराजगी परीलक्षित हो रही है। जिसके विरोध स्वरूप ब्राह्मण आज पुलगांव चौक पर जुटे और नंदकुमार बघेल का पुतला जलाया।