टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ी मेडल की बारिश कर रहे हैं। आज दो स्वर्ण सहित कई खेलों में खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए सिल्वर व ब्रास मेडल भी भारत की झोली में डालें। वहीं डिस्कस-थ्रो में कल विनोद कुमार को मिले कांस्य पदक दिए जाने के फैसले को आपत्ति के निराकरण के बाद रद्द कर दिया गया है।
टोक्यो पैरालंपिक में भारत की अवनी लखेडा ने भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। लेखारा ने फाइनल में 249.6 अंक हासिल किए। उन्होंने वर्ल्ड रेकॉर्ड की बराबरी की। वहीं डिस्कस थ्रो में भारत के योगेश कथूरिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल हासिल किया। वहीं भारत के देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर मेडल और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। देवेंद्र हालांकि गोल्ड मेडल की तिकड़ी नहीं लगा पाए लेकिन चांदी जीतकर उन्होंने भारत की झोली में पदक डाला।
उन्होंने फाइनल में 7वें स्थान के साथ क्वॉलिफाइ किया था और कुल 621.7 अंक हासिल किए थे। अवनि ने फाइनल में अपने खेल में काफी सुधार किया। उन्होंने फाइनल में बेहतर प्रदर्शन किया।
भारत के योगेश कथूरिया ने तोक्यो पैरालिंपिक में पुरुष डिस्कस थ्रो (F56) में सिल्वर मेडल जीता है। सोमवार को उन्होंने अपना बेस्ट थ्रो 44.38 मीटर का थ्रो किया। कथूरिया ब्राजील के वर्ल्ड रेकॉर्डधारी बेतिस्ता डोस सैंतोस क्लॉडिने ने 45.59 मीटर का थ्रो किया था।
टोक्यो पैरालंपिक में भाला फेंक स्पर्धा में सुमित अंतिल ने एफ64 फाइनल इवेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया है। उन्होंने 68.55 मीटर भाला फेंककर विश्व रिकॉर्ड भी कायम करने में सफलता पाई है। भाला फेंक स्पर्धा में सुमित अंतिल ने एफ64 फाइनल इवेंट में पहले ही प्रयास में 66.95 मीटर का भाला फेंककर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था। वहीं, दूसरे प्रयास में सुमित ने 68.08 मीटर का भाला फेंका, इसके अलावा तीसरे प्रयास में उन्होंने 68.55 मीटर दूर भाला फेंककर अपने लिए गोल्ड मेडल पक्का कर लिया। दूसरे भाला फेंक भारतीय खिलाड़ी संदीप चौधरी 62.20 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे। ऑस्ट्रेलिया के मिशल ब्यूरियन ने 66.29 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत पदक जीता, जबकि श्रीलंका के दुलन कोडिथुवाक्कू ने कांस्य पदक जीतने में सफलता पाई।
पहली बार पैरालंपिक खेलों में खेलते हुए सुमित ने जेवलिन थ्रो के F-64 इवेंट के अपने दूसरे प्रयास में 68.08 मीटर का थ्रो किया और विश्व रिकॉर्ड बना डाला। सड़क हादसे में अपना एक पैर गंवाने वाले सुमित ने पैरालंपिक में भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास बना दिया है. सुमित हरियाणा से हैं, जब सुमित 7 साल थे तभी उनके पिता की बीमारी से मौत हुई थी।