टोक्यो में चल रहे समर पैरालंपिक्स में रविवार का दिन भारत के लिए बहुत ही ज्यादा शुभ बनकर आया। एक दिन के भीतर ही भारत ने तीन पदक कब्जा लिए। सुबह टेबल टेनिस में भविनाबेन ने भारत को रजत पदक दिलाया, तो शाम को पुरुषों की ऊंची कूद में निषाद कुमार के रजद पदक जीतने का जश्न चला ही था कि डिस्कस-थ्रो में विनोद कुमार के कांस्य पदक जीतने की खबर ने करोड़ों भारतीय खेलप्रेमियों की खुशी को कई गुना कर दिया।
नेशनल-स्पोर्ट्स तीन पदक जीतने से एक ऐतिहासिक दिन में तब्दली हो गया। विनोद कुमार का कांस्य पदक दिन का और कुल मिलाकर भारत के लिए तीसरा पदक रहा। वहीं खबर आ रही है विनोद कुमार के कांस्य पदक के परिणाम पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। सूत्रों के अनुसार विनोद के चिकित्सीय क्वालीफिकेशन को चुनौती दी गयी है। खेलों के आयोजकों के एक बयान के अनुसार, ‘प्रतियोगिता में क्लासिफिकेशन निरीक्षण के कारण इस स्पर्धा का नतीजा अभी समीक्षा के अधीन है। पदक समारोह भी 30 अगस्त के शाम के सत्र तक स्थगित कर दिया गया है। भारत के दल प्रमुख गुरशरण सिंह ने कहा कि विनोद कुमार का पदक अभी बना रहेगा।
विनोद कुमार ने यह पदक एफ-52 की कैटेगिरी में जीता। विनोद ने कांस्य पदक ही नहीं जीता, बल्कि नया एशियाई रिकॉर्ड भी बना दिया। विनोद ने 19.91 मी. की दूरी पर डिस्कस फेंका। कांस्य पदक जीतने के बाद हस्तियों की तरफ से विनोद कुमार को बधाई संदेश मिलना शुरू हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी विनोद को बधाई दी है।
बता दें कि इससे पहले भाविनाबेन पटेल ने टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में रविवार सुबह यहां दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की झाउ यिंग के खिलाफ 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था, लेकिन वह एतिहासिक रजत पदक के साथ पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनने में सफल रहीं। शाम को पुरुषों की ऊंची कूदी में निषाद कुमार ने एशियाई रिकॉर्ड के साथ 2.06 मी. ऊंची चलांग लगाकर रजत पदक जीता था।