दुर्ग (छत्तीसगढ़)। आयुष यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित बीएससी नर्सिंग परीक्षा के पेपर लीक मामले में पुलिस द्वारा 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में का मास्टर माइंड कालेज का पूर्व छात्र था। जिसने कालेज के प्यून का पैसे का लालच देकर अपने साथ मिला लिया था और प्यून ने क्लर्क की मदद से इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस द्वारा सभी आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ परीक्षा अनुचित साधन निवारण अधिनियम की धारा 10 के तहत कार्रवाई की गई है।
याद दिला दें कि आयुष यूनिवर्सिटी द्वारा 16 अगस्त से 2 सितंबर तक बीएससी नर्सिंग परीक्षा का आयोजन किया गया था। 18 अगस्त को परीक्षा संबंधी पेपर लीक होने की खबर सामने आई थी। जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने परीक्षा को रद्द कर दिया था। मामले की पड़ताल में खुलासा हुआ कि पेपर भिलाई के सीएम नर्सिंग कालेज से लीक हुआ था। जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कालेज के प्यून अर्जुन साहू को अपने कब्जे में लिया।
पूछताछ में अर्जुन से बताया कि कालेज क्लर्क मनोज साहू के सहयोग से प्रश्नपत्र के पैकेटों से पांच प्रश्नपत्र निकाल कर मोबाइल से उनके फोटो खींच लिए थे। जिन्हें कालेज के पूर्व छात्र तोकेश्वर साहू को भेज दिया था। जिसके एवज में उसे 25 हजार रुपए मिले थे। आरोपी तोकेश्वर वर्तमान में वर्धा महाराष्ट्र में मेडिकल कोर्स कर रहा है। पुलिस ने छात्र व क्लर्क को भी गिरफ्त में ले लिया। वहीं पैसों के लेनदेन में सहयोग करने वाले अर्जुन के पड़ोसी लालमणि साहू को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पेपर लीक होने के फर्जीवाड़े में शामिल आरोपियों को पकड़ने में सुपेला थाना टीआई सुरेश ध्रुव के नेतृत्व में एसआई लखेश गंगेश, एएसआई गणेश राम साहू, कांस्टेबल जुनैद सिद्धीकी, विकास तिवारी, विशाल सिंह की सक्रिय भूमिका रही।