रायपुर (छत्तीसगढ़)। दिल्ली से वापस लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ढाई-ढाई साल का राग अलपाने वाले जो सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। जब तक सोनिया गांधी व राहुल गांधी का आर्शिवाद है, छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार पूरी तरह से स्थिर है। राहुल गांधी जिस दिन कहेेंगे कुर्सी त्याग दूंगा। कल की बैठक के बाद पुनिया जी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कोई फार्मूला या बातचीत का कोई विषय कभी रहा ही नहीं हैं।
दिल्ली से लौटे भूपेश बघेल के चेहरे पर निश्चिंतता और विश्वास के भाव साफ नजर आ रहे थे। सत्ता व संगठन के तमाम लोग उनके स्वागत में पहुंचे हुए थे। अपने मुखिया का दिल्ली से वापसी पर स्वागत करने वैसे तो पहले भी वे विमानतल स्वागत के लिए आए थे लेकिन आज का नजारा कुछ और ही बता रहा था। वे काफी उग्र तेवर में नारेबारी कर रहे थे। पुलिस को संभालने में मुश्किल हो रही थी, सत्ता पक्ष के लोगों के स्वागत सत्कार का यह दृश्य उन्हे भी चौंका रहा था लेकिन करें क्या प्रोटोकाल व सुरक्षा का पालन जो करवाना था। जैसे ही भूपेश बघेल विमान से उतरे पूरा विमानतल गूंज उठा भूपेश बघेल जिंदाबाद..। छत्तीसगढ़ अडा हुआ है…भूपेश बघेल के साथ खड़ा हुआ का नारा लगा।
बड़ी मुश्किल से बाहर निकले भूपेश बघेल ने मीडिया से बात तो करनी चाही और की भी, लेकिन कार्यकर्ताओं के जोश व नारेबाजी के बीच कुछ सुनाई नहीं पड़ रहा था और मुख्यमंत्री अपने कार्यकर्ताओं का उत्साह दबाना भी नहीं चाह रहे थे।