महिला सशक्तिकरण की प्रतीक मिनीमाता का किया गया पुण्य स्मरण, प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी गई श्रद्धांजलि

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। महिला सशक्तिकरण की प्रतीक व पहली महिला सांसद मिनिमाता की 49 वीं पुण्यतिथि पर उनका पुण्य स्मरण किया गया। जिला कांग्रेस कमेटी और अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में मिनीमाता चौक पर कार्यकर्ता जुटे और प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान देश व समाज के उत्थान के लिए मिनीमाता द्वारा किए कार्यों का स्मरण भी किया गया।

शहर विधायक अरुण वोरा ने बताया कि असम में जन्मी मिनीमाता विवाह के बाद छत्तीसगढ़ की संस्कृति में रच बस गई थी। सहज, सरल व्यक्तित्व की धनी मिनीमाता ने छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद होने का गौरव हासिल किया और छुआछूत को मिटाने के लिए विशेष अभियान चलाया। महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने उन्होंने संघर्ष किया साथ ही बीएसपी व बांगो बांध के निर्माण में उनका विशेष योगदान रहा। पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य आरएन वर्मा ने कहा कि ममतामयी मिनीमाता का दुलार सर्व-वर्ग को मिला। बेसहारा, असहाय व कमजोर वर्ग के हितों के संरक्षण के लिए उन्होंने सदैव संघर्ष कर उन्हें सहायता प्रदान की। महात्मा गांधी के सिद्धांतों का अनुसरण कर वे समता व समानता के स्वप्न को साकार करने की दिशा में सक्रिय रहीं। कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गया पटेल, महापौर धीरज बाकलीवाल ने भी अपने विचार प्रकट किए। सभा का संचालन राजन खुटेल व आभार प्रदर्शन डॉ छत्रसाल गायकवाड़ ने किया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष अलख नवरंग, जनपद सदस्य हरेन्द्र देशलहरे, अलताफ अहमद, राधेश्याम शर्मा, पप्पू श्रीवास्तव, दानबाई तामस्कर, अश्वनी जांगडे, अनूप चंदानिया सहित अन्य समर्थक व कार्यकर्ता विशेष रुप से उपस्थित रहे।