विधायक से अमर्यादित व्यवहार पर पूर्व महापौर की बयानबाजी राजनीतिक ओछापन : महापौर बाकलीवाल

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम के पूर्व सभापति दिनेश देवांगन और शहर विधायक अरूण वोरा के बीच चर्चा  के दौरान हुआ कथित विवाद लगातार तूल पकडता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा की ओर से जहां विधायक का पुतला जलाने का अभियान चलाया जा रहा है। वहीं भाजपा नेता भी बयानबाजी करने लगे है। हाल ही में निगम की पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने बयान जारी कर इस विवाद के लिए विधायक वोरा को जिम्मेदार ठहराया था और पूर्व सभापति को दी गई कथित धमकी को विधायक के दंभ का प्रतीक बताया था। इस बयान के बाद कांग्रेस भी अब भाजपा पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने पूर्व महापौर की इस बयानबाजी को ओछी मानसिकता प्रतीक बताया है। साथ ही कहा है कि भाजपा के इस दुष्प्रचार के झांसे में शहर की जनता नहीं आने वाली है।

आपकों बता दें कि पिछले गुरुवार को निगम की बजट बैठक के दौरान भोजन अवकाश के बीच पूर्व सभापति दिनेश देवांगन व विधायक अरुण वोरा का आमना सामना हुआ था। चर्चा के दौरान पूर्व सभापति देवांगन ने  सामान्य सभा के दौरान आयोजित प्रश्नकाल को फिक्स बताते हुए उन्हें चेतावनी दी थी कि अगले विधानसभा चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगीं। जिस पर विधायक ने उन्हें मर्यादि व्यवहार करने अपनी औकात में रहने की नसीहत दी थी। जिस पर दिनेश देवांगन का आरोप है कि विधायक ने उनकी गरीबी का मजाक उडाते हुए धमकी दी है। इसके विरोध में भाजपा पिछले तीन दिनों से विधायक वोरा का पुतला दहन करने का अभियान चला रही है।
इस मुद्दे पर निगम महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा है कि विधायक अरुण वोरा के साथ पूर्व पार्षद दिनेश देवांगन द्वारा अमर्यादित ढंग से बातचीत करना दुर्भाग्यजनक है। महापौर ने बताया कि पदेन सदस्य होने के नाते विधायक अरुण वोरा सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुए। भोजन अवकाश की घोषणा होने पर वे बाहर निकले तब दिनेश देवांगन ने उनके पास जाकर अशिष्ट तरीके से निरर्थक बातें शुरू कर दी। इस घटनाक्रम के बाद पूर्व महापौर द्वारा इस मामले में वोरा के खिलाफ बयान जारी किया गया है। महापौर जैसे पद पर रहने के बाद इस तरह का बयान ओछी मानसिकता का प्रतीक है।  
महापौर बाकलीवाल ने कहा कि न केवल दुर्ग शहर बल्कि समूचे छत्तीसगढ़ के लोग जानते हैं कि न सिर्फ विधायक अरुण वोरा बल्कि वोरा परिवार ने हमेशा शालीनता का परिचय दिया है। विधायक वोरा ने अपने विरोधियों के साथ भी हमेशा शालीनता और सम्मान से बातचीत की है। पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में अरुण वोरा को सहजता और सरलता के लिये जाना जाता है। ऐसे सीधे सरल व्यक्ति के लिये मर्यादा को ताक पर रखकर भाजपा के पूर्व महापौर और पूर्व पार्षद द्वारा बयानबाजी करना दुर्भाग्यजनक है।        
महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि जातपांत की राजनीति कर समाज को बांटने वाले भाजपा के पार्षदों ने उसी सामान्य सभा में देवांगन समाज के एक एल्डरमैन का विरोध किया। एल्डरमैन कृष्णा देवांगन को पद से हटाने या सामान्य सभा से बाहर करने की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने करीब दो घंटे तक सभा नहीं चलने दी। जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि देवांगन समाज के एल्डरमैन कृष्णा देवांगन को हटाने की मांग करने वालेभाजपा नेता देवांगन समाज के हितैषी नहीं है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डेढ़ साल से कोरोना के वैश्विक संकटकाल में भाजपा संगठन नेताओं ने कुछ नहीं किया। पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुके भाजपा नेता वोरा जैसी राजनीतिक शख्सियत के साथ झूठ प्रपंच की राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं।