गोलीकांड : मास्टरमाइंड पकड़ाया, दबंगई दिखाने की थी फायरिंग, पुलिस को मिला एक दिन का रिमांड

भिलाई (छत्तीसगढ़)। रिसाली क्षेत्र में पिछले दिनों हुई फायरिंग के मामले के मास्टर माइंड को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। आरोपी को नालंदा (बिहार) से गिरफ्तार किया गया है। गोलीबारी के आरोपी मुकुल सोना को न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस ने पूछताछ के लिए एक रिमांड का आवेदन पेश किया था। जिसे स्वीकार करते हुए न्यायालय ने एक दिन के रिमांड पर आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है। घटना में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश में टीम जुटी हुई है।

बता दें कि बीच सड़क पर कार खड़ी करने के विवाद पर रिसाली में गोलीबारी की घटना 5 जुलाई की रात घटित हुई थी। जिसके पांच दिन बाद 10 जुलाई फिर से यह क्षेत्र गोली की आवाज़ से दहल गया था। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों की पहचान कर पतासाजी प्रारंभ की थी। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने क्षेत्र के शातिर बदमाश पिंकी राय को दहशतजदा करने और क्षेत्र में अपना वर्चस्व साबित करने के उद्देश्य से इस कांड को अंजाम दिया था।
गोलीबारी के फरार मुख्य आरोपी मुकुल सोना की घटना के लगभग 20 दिनों बाद गिरफ्तारी होने का खुलासा एसपी प्रशांत अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा में किया उन्होंने बताया कि नेवई थाना क्षेत्र के टंकी मरोदा बस्ती में फायरिंग की घटना को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए थे। घटना का मुआयना कर आरोपियों को पकड़ने और उनकी शिनाख्त करने छह पुलिस टीम बनाई गई थी। इसके लिए सीएसपी भिलाई नगर आरके जोशी के नेतृत्व में 4 निरीक्षक, 25 अधिकारी कर्मचारी को शामिल किया गया। शहर भर के 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरा का फुटेज खंगाला गया। इसके बाद लाल रंग की मारुति कार की तलाश में पुलिस जुटी रही। पुलिस ने टोल नाके, आई टी एम एस कैमरे, शहर में 800 कार के मालिको की जानकारी जुटाने लग गई थी।  इस दौरान फायरिंग कांड के आरोपी बदमाश मुकुल सोना उर्फ सोनू, उसके दो सहयोगी मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद, नालंदा बिहार नागेन्द्र कुमार के रूप में पहचान हुई। उसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दिया गया। पुलिस को पता चला कि आरोपी पूर्व में अपहरण के मामले में चालान हो चुके थे इसलिए इनके दोस्तों की पहचान कर पुछताछ शुरु की गई।
मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस ने टिटलागढ उडिसा, धमतरी, कुरूद, केशकाल, कांकेर, नागपूर, रायपुर, नंदिनी अहिवारा समेत दुर्ग भिलाई शहर के करीबन 40 ठिकानों पर दबिश के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई। पत्रकारवार्ता में एएसपी शहर संजय कुमार ध्रुव, ग्रामीण एएसपी अनंत साहू, सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर, सीएसपी भिलाई नगर आरके जोशी समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे।
सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल कर दर्ज कराता रहा उपस्थित दर्ज
आरोपी मुकुल सोना सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल कर पुलिस को लगातार गुमरहा करता रहा। अपना दबदबा कायम रखने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम में बृजेश उर्फ पिंकी राय को जान से मारने की धमकी दिया करता था। मुकुल पुलिस की जांच को गुमराह कर रहा था। इधर सायबर सेल के द्वारा सोशल मिडिया क्रैक कर उनकी योजना को विफल कर दिया। सायबर सेल द्वारा लगातार तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था। पुलिस ने आरोपियों को आर्थिक मद्द तथा शरण देने वाले लोगों के खिलाफ दुर्ग पुलिस द्वारा अभियान चलाकर आरोपियों को प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। जिससे लोकल नेटर्वक पूरी तरह टूट गया। इसी दौरान आरोपियो को पनाह देने वाले संजय जोशी निवासी पोटिया, नंदिनी के घर दबिश दी गई। जहॉ पुलिस को अवैध शराब का जखीरा बरामद किया। उसे गिरफ्तार भी किया गया। इसके अलावा सहयोगी रहे अमित जोश और मुकुल के अन्य साथी विश्वजीत, लक्की को गिरफ्तार किया। वहीं आरोपियो के सोशल मिडिया को संचालित करने वाले प्रखर चंद्राकर और अपचारी बालक को भी पकड़ा गया।
आईजी और एसपी टीम को देंगे इनाम
करीब 25 दिनों से फायरिंग कांड के आरोपी मुकुल सोना पुलिस को लगातार छकाता रहा लेकिन मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर बिहार स्थित नालंदा से पकड़कर भिलाई लाया गया। आरोपी को पकड़ने टीम में शामिल टीम को 30 हजार रुपए का पुरस्कार आईजी विवेकानंद सिन्हा और एसपी प्रशांत अग्रवाल द्वारा दिए जाने की घोषणा की।