दुर्ग (छत्तीसगढ़)। EECP & LIFE STYEL EXPERT डॉ. शेखर ताम्रकार व संरक्षक सुमित आहूजा द्वारा संचालित स्पंदन हार्ट केयर उन लोगों के लिए आशा की किरण है जो हृदय रोग से ग्रसित है, जिन्हें बायपास सर्जरी व एंजियोप्लास्टी की सलाह दी गई है या सर्जरी के बाद भी हार्ट की समस्या बनी हुई है ।
डॉ शेखर ताम्रकार ने बताया कि की संस्था का उद्देश्य है कि देश किसी भी व्यक्ति को हार्ट ब्लॉकेज की समस्या न हो। इसके लिए इस चिकित्सा सुविधा को प्रारंभ किया जा रहा है। जिसमें लोगों को हार्ट में ब्लॉकेज से बचने के उपाय होने के साथ ब्लॉकेज वाले मरीज का बिना चीर-फाड के उपचार संभव है। उन्होंने इस आधुनिक चिकित्सा तकनीक के संबंध में बताते हुए जानकारी दी कि इस तकनीक से देश विदेश में अभी तक इलाज होता आया है।अब भारत में भी इसका प्रयोग प्रारंभ हो गया है। हृदय रोगियों का बिना सर्जरी व बिना दर्द के उपचार किए जाने के उद्देश्य से दुर्ग शहर में भी आधुनिक मशीन को लाया गया है। इसे E.E.C.P. यानि इनहेचड एक्सटर्नल काउंटर पल्सेशन (enhanced external counter pulsation) तकनीक के नाम से जाना जाता है। इसमें मरीज को हार्ट ब्लॉकेज से निजात दिलाने के लिए 40 दिन की थैरेपी दी जाती है।
स्पंदन हार्ट केयर सेंटर में इन तकनीकों से किया जाता है उपचार
1. EECP तकनीक- EECP मशीन US-FDA प्रमाणित अमेरिकन मशीन है जिसके द्वारा ब्लॉकड धमनियों के आसपास नई छोटी धमनियों ( कोलेटरल सर्कुलेशन ) का विकास करना, जिससे भविष्य मे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
2. ACT आर्टरी क्लिनिंग थैरेपी- इस प्रक्रिया द्वारा धमनियों में जमे वसा- चर्बी से बने ब्लॉकेज को केमिकल के द्वारा गला कर शरीर से बाहर निकाला जाता है ।
3. HHL हेल्दी हार्ट लाइफ स्टाइल- हार्ट बेलॉकेज का कारण है अनियंत्रित जीवन शैली। मॉंस- मछली का अत्यधिक सेवन, तेल- वसा का अत्यधिक सेवन, धूम्रपान- शराब का सेवन, योग-व्यायाम का ना करना, अत्यधिक तनाव पूर्ण जीवन इत्यादी हार्ट ब्लॉकेज के मुख्य कारण है। इन कारणो को पहचानना और इन्हे नियंत्रित करना स्पंदन हार्ट केयर सेंटर में सिखाया जाता है।
हृदय रोग से बचने इन चीजों से करें परहेज
डॉ शेखर ताम्रकार ने बताया कि यदि व्यक्ति अपनी दिनचर्या में छोटी छोटी बदलाव लाकर हार्ट ब्लॉकेज से बच सकते। उन्होंने सलाह दी कि एनिमल प्रोडक्ट, डेरी प्रोडक्ट, आयल, स्ट्रेस, अल्कोहल, धूम्रपान आदि से करें। अपनी दिनचर्या में प्रतिदिन केवल 35-50 मिनट पैदल चले 10 -20 मीनट मैडिटेशन करे ग्रीन वेजिटेबल, हरि पत्तेदार सब्जियां को जीरो आयल कुकिंग कर सेवन करे तो व्यक्ति के हार्ट में ब्लॉकेज बनने के खतरे कम हो जाते है। उनका उम्र दराज होने पर भी चलने दौड़ने में परेशानी नही होती।
