दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम दुर्ग आयुक्त हरेश मंडावी ने उन खबरों को भ्रामक बताया है, जिसमें निगम के आय-व्यय पत्रक में अनियमितताएं बरतें जाने का आरोप लगाया गया है। यह वास्तव में मानवीय भूल थी। जिसे सुधार लिया गया है। इस संबंध में राज्य शासन को भी अवगत करा दिया गया है।
बता दें कि पिछले दिनों नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया ने दुर्ग सहित रायपुर व कोरबा निगमों में खामियां पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की थी। जिस पर दुर्ग निगम आयुक्त ने लेखा शाखा से जवाब तलब किया था। जिसमें खुलासा हुआ कि आय व्यय के ब्यौरे में जो 10 करोड़ रूपए की राशि का फर्क आ रहा है वह वास्तव में प्रपत्र में त्रुटिवश शासन से प्राप्त ऋण एव आय की जानकारी नही जोड़ी गई थी। इसलिए आय और व्यय में अंतर दिख रहा था। शासन से प्राप्त 465.79 लाख एवं निकाय को उसकी बचत राशि 583.71 लाख कुल 1049.50 लाख का केवल वेतन पर व्यय किया गया था। इसके अतिरिक्त किसी अन्य परियोजना हेतु व्यय नही किया गया है। उन्होंने कहा कि दुर्ग निगम प्रशासन द्वारा सभी कार्य पारदर्शिता से किया जा रहा है। इसलिए किसी प्रकार के संदेह की गुंजाइश नहीं है।
