नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से प्रभावित बच्चों के लिए पीएम केयर्स से कई कल्याणकारी योजना का ऐलान किया है। मोदी सरकार के 7वर्ष पूरे होने की पूर्व संध्या पर ये घोषणा की गई है। कोरोना महामारी में माता-पिता गंवाने वाले बच्चों को 18 वर्ष होने पर मासिक भत्ता दिया जाएगा। वहीं कोरोना के कारण घर के कमाऊ सदस्य को खोने वाले परिवारों को फैमिली पेंशन दिए जाने की घोषणा भी की गई है।
कोविड -19 के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की मदद के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन कदमों पर विचार-विमर्श किया गया जिससे कोविड प्रभावित बच्चों के समर्थन में मदद मिले। बैठक में पीएम मोदी ने वर्तमान कोरोना महामारी से प्रभावित बच्चों को कई लाभों की घोषणा की। कोविड-19 के कारण माता-पिता या जीवित माता-पिता या कानूनी अभिभावक/दत्तक माता-पिता दोनों को खोने वाले सभी बच्चों को ‘पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत सहायता दी जाएगी। ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक वजीफा और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपये का फंड मिलेगा।
कोविड के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए नि:शुल्क शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी। बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा लोन प्राप्त करने में सहायता की जाएगी और पीएम केयर्स लोन पर ब्याज का भुगतान करेगा। आयुष्मान भारत के तहत बच्चों को 18 साल तक 5 लाख रुपये का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिलेगा और प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा।
इन उपायों की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश बच्चों के समर्थन और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा, ताकि वे मजबूत नागरिक के रूप में विकसित हों और उनका भविष्य उज्ज्वल हो। पीएम ने कहा कि ऐसे कठिन समय में एक समाज के रूप में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा जगाएं।