केंद्र सरकार की नाकामी छुपाने सरोज, रमन राज्य सरकार पर लगा रहे निराधार आरोप : राजेंद्र साहू

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने भाजपा सांसद सरोज पांडेय द्वारा वैक्सीन को लेकर राज्य सरकार पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। राजेंद्र ने कहा कि सरोज पांडेय के आरोप उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। आधारहीन आरोप लगाकर सरोज पांडेय भाजपा की केंद्र सरकार की विफलता और नाकामी को छुपाने का प्रयास कर रही हैं।
राजेंद्र ने कहा कि यदि वास्तव में भाजपा के सांसद और नेतागण वैक्सिनेशन से आम जनता का हित चाहते हैं, तो तत्काल केंद्र सरकार को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ राज्य को पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध कराएं और मेडिकल साइंस पर भरोसा कर अस्पतालों में इलाज कराने वाले करोड़ों देशवासियों और डॉक्टरों, नर्स, वार्ड बॉय समेत लाखों कोरोना वॉरियर्स का सम्मान करते हुए बाबा रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं।
राजेंद्र ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा समय पर वैक्सीन उत्पादन को गंभीरता से नहीं लिया गया और वैक्सीन की उपलब्धता जाने बिना देश की जनता से वैक्सीन लगाने का आव्हान कर दिया। देश की जनता वैक्सिनेशन सेंटर में पहुंचने के बाद निराश होकर लौट रही है। इन अव्यवस्थाओं के लिए केंद्र सरकार का कुप्रबंधन जिम्मेदार है।
राजेंद्र साहू ने कहा कि राज्य सरकार लगातार वैक्सीन की मांग कर रही है, लेकिन पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो रही। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और सांसद सरोज पांडेय सहित भाजपा के सांसद और नेतागण जनता के हितैषी होने का ढोंग न करें, बल्कि प्रदेश की जनता को बताएं कि वैक्सीन की मांग को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार को कितने बार पत्र लिखा। वे यह भी बताएं कि खुद की सांसद निधि से वैक्सीन खरीदने कितनी राशि प्रदान की है।
राजेंद्र ने कहा कि जनता की आंखों में मिर्ची झोंककर पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी सहित केंद्र सरकार की विफलताओं को छिपाने भाजपा नेताओं समेत बाबा रामदेव द्वारा ऊलजलूल बयान देकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। बाबा रामदेव का बयान लाखों कोरोना वारियर्स, डॉक्टर्स, नर्स, वार्ड ब्वाय, आक्सीजन सप्लायर सहित मेडिकल साइंस में विश्वास करने वाले सभी देशवासियों का अपमान है, जिन्होंने कोरोना संक्रमण काल में इलाज कराया है। भाजपा नेताओं में जरा भी नैतिकता और हिम्मत है तो बाबा रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं।