दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शहर के इंजीनियर द्वारा नदी के पानी में डूबकर जान दिए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक मृतक इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद भी नौकरी नहीं मिलने से हताश था। उसका इलाज भी चल रहा था। संभवत: इसी डिप्रेशन के कारण युवक द्वारा इस आत्मघाती कदम को उठाया गया है। हालांकि किसी प्रकार का सोसायडल नोट पुलिस द्वारा बरामद नहीं किया गया है। मृतक के परिवार की गंजपारा में होटल व्यवसाय होने की जानकारी मिली है।
मामला दुर्ग कोतवाली क्षेत्र का है। गंजपारा निवासी निखिल अग्रवाल (27 वर्ष) सोमवार सुबह से कार लेकर घर से निकला था। देर रात घर वापसी नहीं होने पर परिजनों द्वारा पुलिस में उसके गुमशुदगी की जानकारी दर्ज कराई गई थी। जिसके आधार पर पुलिस ने पड़ताल प्रारंभ की थी। पड़ताल के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की युवक जिस कार से घर से निकला था, वह ग्राम छातागढ़ के शिवनाथ नदी किनारें मंदिर के पास लावारिस हालत में खड़ी है। संदेह के आधार पर गोताखोरों को नदी में उतारा गया। नदी के गहरे पानी से निखिल का शव बरामद हुआ। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की विवेचना प्रारंभ की है।