बस्तर प्रवास पर एसडब्लूसी चेयरमेन वोरा, कहा अनाज सुरक्षा की व्यवस्था में अपनाई जाए आधुनिक पद्धति

रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ राज्य भंडारगृह निगम अध्यक्ष एवं विधायक अरुण वोरा ने बस्तर प्रवास के दौरान गोदामों में अनाज की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किए जाने की सलाह दी है। उन्होंने सभी ब्रांच मैनेजरों को पीक समय में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने एवं गोदामों में उपस्थित रहने को कहा। सीलन एवं अव्यवस्था पर कांकेर गोदाम में आवश्यक कार्यों को तत्काल प्रभाव से ठीक करवाने का निर्देश दिया।
बता दें कि चेयरमेन अरुण वोरा दो दिवसीय बस्तर प्रवास पर हैं। उन्होंने पहले ही दिन कांकेर, चितौद एवं चारामा में स्थित गोदामों का आकस्मिक निरीक्षण किया। विधायक वोरा भंडारगृह निगम की जिम्मेदारी मिलते ही अपनी पूरी सक्रियता से गोदामों को बेहतर बनाने एवं सुविधाओं को बढ़ाने में जुटे हुए हैं। निरीक्षण के दौरान कांकेर के 42 हजार एमटी से अधिक क्षमता वाले गोडाऊन में ब्रांच मैनेजर की अनुपस्थित पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद उन्होंने चितौद के 54 हजार एमटी की क्षमता वाले गोदाम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं को सशक्त करने के लिए भूपेश सरकार बेहतर योजनाएं बनाने में कोई कमी नहीं कर रही है। खाद्यान्न की सुरक्षा करना एवं अंतिम व्यक्ति तक अनाज उपलब्ध कराना कॉर्पोरेशन की जिम्मेदारी है। शाखा प्रबंधक हेमंत शिलेदार ने वोरा को बताया कि ट्रेबोलियम की समस्या से बचने के लिए पावर स्प्रेयर की आवश्यकता है, ताकि अनाज को कीड़े लगने से बचाया जा सके। वहीं 14 हजार एमटी के क्षमता वाले चारामा गोदाम में 80 लाट चावल की लेवी आई है। जहां पावर स्प्रेयर के अलावा नवीन आहाता निर्माण की जरूरत है। जिस पर वोरा ने गोदामों को आधुनिक एवं सर्वसुविधायुक्त बनाने की प्राथमिकता के साथ जनता के पैसों का सदुपयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जल्दी ही निगम द्वारा 15 करोड़ की फूड टेस्टिंग लैब एवं 15 सौ करोड़ की लागत से आधुनिक राशन दुकान सह गोदाम का निर्माण भी कराया जाएगा। जिससे आमजनों तक राशन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इस दौरान वरिष्ठ विधायक वोरा के साथ कांग्रेस नेता संजय धनकर, एल्डरमैन अंशुल पांडेय, हिमांशु सिन्हा, आकाश कुंभज उपस्थित रहे।