दुर्ग (छत्तीसगढ़)। लोकतंत्र सेनानी गोवर्धन प्रसाद जायसवाल ने जिला अस्पताल के प्रशिक्षु डॉक्टर द्वारा इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस लापरवही से युवक की हुई मौत की न्यायायिक जांच कराए जाने की मांग की है। उनका आरोप है कि इलाज के लिए मौके पर मौजूद प्रशिक्षु चिकित्सक ने समय पर युवक को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं कराई, जिससे उसकी मौत हो गई।
घटनाक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि बैगापारा निवासी समाजसेवी व डबल डिग्री धारक युवक ताम्रध्वज पाऊ को 29 नवंबर की सुबह 8 बजे जिला अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया था। उसे श्वांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इस परेशानी की शिकायत लगातार युवक द्वारा मौके पर मौजूद प्रशिक्षु डॉक्टर से की जा रही थी, लेकिन डॉक्टर इस ओर से उदासीनम बने रहे। जिसके चलते समय पर युवक को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई और उसकी मौत हो गई। गोवर्धन जायसवाल का कहना है कि समय पर यदि युवक को ऑक्सीजन उपलब्ध करा दी जाती तो संभवत: युवक की जान बच सकती थी।
उन्होंने इस मामले की न्यायायिक जांच कराए जाने की मांग करते हुए बताया है कि पीडि़त युवक द्वारा पूर्व में वहां रखे प्रारुप में उनसे हस्ताक्षर कराए गए थे। इस प्रारुप में मौजूद हस्ताक्षर के अलावा उल्लेखित अन्य तथ्य फर्जी है। इस संबंध में उन्होंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मानव अधिकार आयोग को पत्र प्रेषित कर जिम्मेंदारों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।