छत्तीसगढ़ सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप, भाजपा 22 को करेगी कलेक्टोरेट का घेराव

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भाजपा ने एक बार फिर से छत्तीसगढ़ शासित कांग्रेस सरकार पर किसान विरोधी होने के साथ साथ वादा खिलाफी करने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में भाजपा संगठन द्वारा 22 जनवरी को किसानों के साथ जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर कलेक्टोरेट का घेराव किया जाएगा। संगठन ने प्रदेश में धान की खरीदी विलंब से शुरु किए जाने का आरोप लगाते हुए खरीदी को और एक माह बढ़ाए जाने की मांग की है। प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा ने यहां आयोजित पत्रवार्ता में यह जानकारी दी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दो वर्ष के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई है। चुनाव के दौरान किए गए वादों के साथ किसानों को दिखाए गए सपनों को पूरा करने से बचने का प्रयास कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है। गिरदावरी में रकबा कटौति, बारदाना की कमी से किसानों को धान बेचने में परेशानी हो रही है। पिछले वर्ष खरीदे गए धान का पूरा भुगतान अब तक किसानों को नहीं किया गया है। जिससे किसान आत्महत्या करने मजबूर हो रहे है। धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था का आलम है। समय पर उठाव नहीं होने से बारिश में भीग कर धान खराब हो रहा है। उन्होंने बताया कि आंदोलन के माध्यम से व्यवस्था को सुधराने के लिए किसान हित में सरकार को मजबूर किया जाएगा। इस अव्यवस्था के खिलाफ भाजपा द्वारा 13 जनवरी को विधानसभा स्तर पर प्रदर्शन कर व्यवस्था में सुधार की मांग की थी। अब 22 जनवरी को जिला स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि धान खरीदी में असफल कांग्रेस सरकार बहानेबाजी कर गुमराह कर रही है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार एमएसपी का 9 हजार करोड़ रु. प्रदेश सरकार को दे चुकी है, जिसका हिसाब देने में कांग्रेस सरकार असफल है। बारदाना के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समय पर आर्डर नहीं दिया गया, जिससे प्रदेश में बारदाना संकट की स्थिति निर्मित हुई है। पत्रवार्ता के दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ. शिवकुमार तमेर, महामंत्री ललित चंद्राकर, पूर्व जिलाध्यक्ष उषा टावरी, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर भी उस्थित थे।

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