वर्षा का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज, बनाई थी पैरा व धान बीज से छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर

रायपुर (छत्तीसगढ़)। अपने हुनर से तस्वीर गढ़ने वाली मंदिर हसौद की वर्षा वर्मा को आज नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया के समक्ष गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र मिला। वर्षा ने पैरा एवं धान बीज के माध्यम से 10 अप्रैल 2020 को छत्तीसगढ़ महतारी की खूबसूरत तस्वीर बनाई थी। वर्षा की इस तस्वीर को न सिर्फ प्रशंसा मिली, इस उपलब्धि पर विश्व स्तर पर भी सम्मान मिला और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी नाम दर्ज हो गया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड  के अधिकृत संवाददाता सोनल राजेश शर्मा द्वारा मंत्री डॉ. डहरिया के समक्ष उनके सरकारी कार्यालय में वर्षा को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर मंत्री डॉ. डहरिया ने वर्षा के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वर्षा ने विश्व स्तर पर मंदिर हसौद ही नहीं छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने ने छत्तीसगढ़ महतारी को पैरा आर्ट के माध्यम से जिस तरह से प्रस्तुत किया है वह सचमुच तारीफ के काबिल है। उन्होंने वर्षा और मौके पर उपस्थित उनकी माता सीमा वर्मा सहित परिजनों को इस उपलब्धि पर बधाई भी दी। वर्षा ने बताया कि वह गर्ल्स डिग्री कालेज में बीएससी कम्पयूटर साइंस की छात्रा है और 2013 से पैरा आर्ट के माध्यम से अलग-अलग महापुरुषों एवं अन्य आकृति बना चुकी है।

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