कृषि कानूनों का विरोध, प्रगतिशील किसान संगठन ने शहीद किसानों को किया नमन

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों की शहादत को प्रगतिशील किसान संगठन ने नमन किया है। संगठन के सदस्यों ने शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किसानों की शहादत को व्यर्थ नही जाने देने का संकल्प लिया। कहा कि जब तक सरकारें किसानों को उनका हक नही दे देती तब तक किसान चैन से नही बैठेंगे। भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिये संगठन को चुस्त बनाया जायेगा।
रविवार को छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन की बैठक धमधा ब्लाक के ग्राम फुण्डा में हुई बैठक शुरू करने से पहले केंद्र के तीन कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गवाने वाले शहीद किसानों को श्रद्धांजली दी गई। किसान संगठन की बैठक में केंद्र सरकार के तीन कानूनों के बाद उपजी परिस्थितियों पर विचार करते हुए कहा गया कि केंद्र सरकार के अहंकार के कारण किसानों को लंबी लड़ाई लड़ने के लिये तैयार रहना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए संगठन को चुस्त दुरूस्त करना जरूरी हो गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि इसके लिये फरवरी के मध्य तक ब्लाक और जिला सम्मेलन किया जायेगा। 27 जनवरी को धमधा ( पश्चिम ) का ब्लाक सम्मेलन फुण्डा गांव में करने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में आई के वर्मा, राजकुमार गुप्त, झबेंद्र भूषण वैष्णव, परमानंद यादव, मेघराज मढ़रिया, कल्याण सिंह ठाकुर, शंकर राव, गिरीश दल्लीवार, रूपेंद्र दिल्लीवार, हुकूम सिंह दिल्लीवार, विवेक दिल्लीवार ललित सिंहा, राजेंद्र साहू, जीवनलाल देशमुख, गोकुल प्रसाद देशमुख आदि शामिल थे।