गुरु घासीदास जयंती, मुख्यमंत्री ने राजधानी में संग्रहालय सहित दी समाज को चार बड़ी सौगातें

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज भिलाई के सेक्टर-6 में गुरु घासीदास सेवा समिति द्वारा आयोजित किये गए कार्यक्रम में चार बड़ी घोषणाएं की। इन घोषणाओं में नया रायपुर में गुरु घासीदास के नाम पर शोध पीठ एवं संग्रहालय स्थापित करने की घोषणा के साथ ही निगम क्षेत्रों में डायग्नोस्टिक सेंटर आरंभ करने की घोषणा भी की जिनका नाम मिनी माता के नाम पर होगा। मुख्यमंत्री ने पंथी नृत्य के महान कलाकार स्वर्गीय देवदास बंजारे की स्मृति में राज्य स्थापना दिवस समारोह में पंथी नृत्य पुरस्कार आरंभ करने का की घोषणा भी की। साथ ही उन्होंने राजधानी में अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा में सुविधा देने के लिए रहवासी हॉस्टल 200 सीटर क्षमता के निर्माण की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि गुरु घासीदास बाबा का महान संदेश मनखे-मनखे एक समान है। यह समानता का सिद्धांत हमारे संविधान का भी अहम हिस्सा है। बाबा जी ने आज से ढाई सौ साल पहले अहिंसा और सत्य का संदेश दिया जो उद्देश्यपूर्ण जीवन का मूल स्रोत है। महात्मा गांधी ने अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर चलकर देश को आजादी दिलाई। बाबा साहब अंबेडकर ने जब हमारे संविधान का निर्माण किया जो उन्होंने संविधान में समानता की मूल भावना शामिल की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ गुरु घासीदास के दिखाए हुए आदर्श पर चल रहा है। हमारा छत्तीसगढ़ का समाज समतामूलक समाज है। हम प्रेम और सद्भाव से रहते हैं। गुरु घासीदास ने हमें प्रेम, अहिंसा, सत्य और करुणा का संदेश दिया है इन्हीं संदेशों पर चलकर छत्तीसगढ़ लगातार तरक्की और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ गुरु घासीदास और बाबा साहब अंबेडकर के दिखाए आदर्शों पर चल रहा है। बाबा जी ने जो मनखे-मनखे एक समान का सिद्धांत दिया था, वह हमारा आदर्श सिद्धांत है हम इसी सिद्धांत पर चलते हुए छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस मौके पर भिलाई विधायक एवं महापौर देवेंद्र यादव, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भुनेश्वर बघेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।