दुर्ग (छत्तीसगढ़)। गुरुनानक देव जी का 551 वां प्रकाश पर्व 30 नवंबर को मनाया जाएगा। जिसके मद्देनजर स्टेशन रोड स्थित गुरुद्वारा में विद्युत लाईटों एवं झालर से विशेष साज-सज्जा की गई है। जिसकी रोशनी विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी
हुई है।
इस वर्ष कोरोना संक्रमण से सुरक्षा को लेकर गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा द्वारा आयोजन को सीमित किया गया है। जिसके चलते नगर कीर्तन नहीं निकालने का फैसला किया गया है। वहीं लंगर का प्रसाद पैकेट में पैक कर बांटे जाएंगे।
गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा के महासचिव अरविंदर सिंह खुराना ने बताया कि सिक्ख समाज ने कोविड-19 को देखते हुए दुर्ग में नगर कीर्तन स्थगित कर दिया है। प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा में सुबह 7.30 से 11 बजे तक ही कार्यक्रम होगें। 8 बजे तक अखंड पाठ साहिब की समाप्ति, 9 बजे तक हजूरी जत्था कीर्तन करेगा। 9.45 बजे तक हम चाकर गोविंद की बच्चियां कीर्तन करेगी। 10.45 तक हजूरी जत्था कीर्तन करेगा। 11.05 बजे तक ज्ञानी गहल सिंह कथा करेंगे। इसके बाद समाप्ति होगी। शाम को भी दीवान केवल 9.15 बजे तक ही होगा, जो पहले रात 12 बजे तक चलता था। लंगर को पैकेट में पैक करके बांटा जाएगा ताकि भीड़ न जुटे। पर्व के दिन मास्क के बिना गुरुद्वारा साहिब में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन किया जाएगा। प्रकाश पर्व की तैयारी में सभा के अध्यक्ष तरसेम सिंह ढिल्लन, राजू भाटिया, कुलबीर सिंह सलूजा, अवतार सिंह रंधावा, संपूरन सिंह सैनी एवं अन्य सदस्य सक्रिय है।