रायपुर (छत्तीसगढ़)। थाना क्षेत्राधिकार में अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की बजाए उन्हें प्रश्रय देने की शिकायतों पर डीजीपी डीएम अवस्थी द्वारा सख्त कार्रवाई की गई है। डीजीपी के निर्देश पर दुर्ग जिले के दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है। इनमें धमधा टीआई और चरौदा जीआरपी चौकी प्रभारी शामिल हैं।
बता दें कि जिला पुलिस बल द्वारा हाल ही में रेलवे पुलिस के क्षेत्राधिकार में जारी सट्टा के कारोबार का खुलासा किया गया था। इसके मद्देनजर ही चरौदा जीआरपी चौकी प्रभारी रमेश पांडेय के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। इसके अलावा धमधा थाना टीआई शैलेन्द्र ठाकुर के खिलाफ अवैधानिक कार्यो को संरक्षण देने के लिए रिश्वत खोरी किए जाने की शिकायतें मिल रही थी। जिस पर डीजीपी ने डीजीपी ने दुर्ग एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। एसपी प्रशांत ठाकुर ने निलंबन आदेश जारी किया है। वहीं डीजीपी ने रेलवे पुलिस अधीक्षक रायपुर को निर्देश दिये कि तत्काल चरौदा जीआरपी चौकी प्रभारी को निलंबित किया जाए। चरौदा जीआरपी चौकी प्रभारी एएसआई रमेश पांडे को जुआए सट्टा की गतिविधियों पर अंकुश ना लगाने पर पुलिस अधीक्षक (रेल) द्वारा निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में टीआई शैलेंद्र ठाकुर और एएसआई रमेश पांडे को रक्षित केंद्र दुर्ग में सम्बद्ध किया गया है।
डीजीपी डीएम अवस्थी ने रायपुर एवं दुर्ग में समीक्षा बैठक के दौरान आईजी और पुलिस अधीक्षकों को बेसिक पुलिसिंग पर जोर देने के निर्देश दिए थे। साथ ही अनुशासनहीन एवं भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने कहा था। जिससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बना रहे। डीजीपी डीएम अवस्थी ने लगातार दो दिन रायपुर और दुर्ग में पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और गुंडे, बदमाशों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके सकरात्मक परिणाम देखने को मिले। रायपुर और दुर्ग पुलिस द्वारा कई गुंडे, बदमाशों पर कार्रवाई की गई है। डीजीपी ने कहा है कि पुलिस द्वारा लगातार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पुलिस की छवि सुधारने और आम जनमानस के प्रति जवाबदेह बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में डीजीपी डीएम अवस्थी द्वारा रायपुर एवं दुर्ग के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने और अनुशासनहीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।