दुर्ग (छत्तीसगढ़)। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर उनकी शौर्य भूमि व 1857 की क्रांति के केंद्र स्थल झाँसी की मिट्टी छत्रपति शिवाजी स्मारक समिति द्वारा स्थापित किए जाने वाले संग्रहालय में रखी जाएगी। इसके लिए समिति के संयोजक संजय देशमुख के नेतृत्व में समिति के कार्यकर्ताओं ने झांसी किला जाकर रानी लक्ष्मीबाई की जीवन शैली, राजकीय, सामरिक व धार्मिक शैली की जानकारी जुटाई। किले में विद्यमान गणेश मन्दिर, शिवालय, तुलसी चौरा, रंग महल, सभाग्रह, प्रशासनिक भवन, फांसी घर, तोपे व अन्य हथियारों का दर्शन व अवलोकन किया और शौर्य भूमि की मिट्टी लेकर आए।
संजय देशमुख ने बताया कि छत्रपति शिवाजी स्मारक समिति द्वारा जन-जन में मातृभाषा, मातृभूमि व माँ की महत्ता की अखंड ज्योति जलाए रखने के उद्देश्य से शौर्य भूमि की मिट्टी संग्रहालय में रखने का निर्णय किया गया है। इसके लिए किले में विद्यमान सभी धार्मिक स्थलों की मिट्टी संग्रहित कर लाया गया। भविष्य में संग्रहालय में इन्हें विराजित किया जाएगा। समिति के दल में बिहारी सोनी, द्वारिका साहू, मन्नू लाल यदु, बैकुंठ सोनी, हेमन्त देशमुख व जसपाल साहू शामिल थे।