दरअसल अमेरिका ने डाटा सुरक्षा कि चिंता जताते हुए कई ऐप्स पर बैन का विचार किया था। हालांकि इस बीच अमेरिका कि कई कंपनियाँ टिकटॉक को खरीदने की ओर क़दम बढ़ा चुकी थीं, जिसे सरकार ने मंजूरी दी थी।
चीनी ऐप टिकटॉक को लेकर दुनिया के कई देशों में संदेह रहा है। भारत ने पहले ही इसे बैन कर दिया है और अमेरिका ने भी ऐसा ही किया था। लेकिन अब ट्रंप का फ़ैसला कोर्ट ने पलट दिया है। अमेरिका कि एक अदालत ने बैन के फैसले पर रोक लगा दी है।
दरअसल अमेरिका ने डाटा सुरक्षा कि चिंता जताते हुए कई ऐप्स पर बैन का विचार किया था। हालांकि इस बीच अमेरिका कि कई कंपनियाँ टिकटॉक को खरीदने की ओर क़दम बढ़ा चुकी थीं, जिसे सरकार ने मंजूरी दी थी।
ट्रंप के बैन की घोषणा के बाद 28 सितंबर यानी आज से टिकटॉक के डाउनलॉड होने पर रोक लगनी थी, लेकिन अब कोर्ट के फैसले से ये साफ़ हो गया कि अमेरिका में टिकटॉक को डाउनलोड करना जारी रहेगा और पुराना टिकटॉक भी चलता रहेगा।
डोनाल्ड ट्रंप के आदेश जारी होने के खिलाफ कंपनी ने अदालत का रुख किया था। इसी केस की सुनवाई में रविवार को एक फेडरल अदालत ने बैन के आदेश को रोक दिया। फेडरल कोर्ट के जज ने कहा कि जब खरीदारी की बात चल रही है तो फिर आप उस ऐप पर रोक कैसे लगा सकते हैं।