लॉकडाउन, दोपहर बाद पसरा सन्नाटा, पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाल नागरिकों को किया जागरूक

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते नगरीय निकायों में लगाया गया लॉक डाउन रविवार से प्रभावशील हो गया। इस बार लॉक डाउन के पहले ही दिन दुर्ग में लोगों की अच्छी जागरूकता दिखी। दोपहर बाद पूरी तरह सन्नाटा पसरा नजर आया। बेवजह आवाजाही को रोकने के लिए जिला, पुलिस व निगम प्रशासन के अधिकारी सक्रिय रहे। वहीं पुलिस ने एसपी प्रशांत ठाकुर के नेतृत्व में ट्विन सिटी में नागरिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करने फ्लैग मार्च निकाला गया।

नागरिकों को जागरूक करने निकाले गए फ्लैग मार्च में एएसपी सिटी रोहित झा, सीएसपी विवेक शुक्ला शामिल थे। फ्लैग मार्च में पुलिस जवान हांथों में तख्ती लिए हुए थे। जिस पर मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने जैसे स्लोगन लिखें हुए। शहर भ्रमण के दौरान नागरिकों से बेवजह घर से न निकलने और सावधानी बरतने की अपील की गई।
निगम के अधिकारियों ने बिना मास्क निकलने वालों के खिलाफ जुर्माना वसूली की कार्रवाई की। लॉक डाउन 30 सितंबर तक चलेगा। बता दें कि लॉक डाउन से आवश्यक सेवाएं निजी अस्पतालों, मेडिकल दुकानों, चश्मा दुकानों को अलग रखा गया है। वहीं फल, सब्जी, दुध,मांस-मटन, पेट्रोल पंप, एलपीजी सेंटरों को शर्तो के साथ कुछ घंटों के लिए व्यवसाय संचालन की अनुमति दी गई है। फल सब्जी की दुकानों के खुलने के कारण रविवार को सुबह लोगों की कुछ घंटों के लिए आवाजाही देखी गई, लेकिन 11 बजे के बाद शहर में सन्नाटा पसरना शुरु हो गया। वैसे भी दुर्ग-भिलाई में पिछले कई रविवार से लॉकडाउन प्रभावशील रहा है। जिसका लोग पालन करते रहे है। जिसके चलते लॉकडाउन के प्रथम दिन शहर में सन्नाटा पसरा रहा। इस दौरान जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की टीम सक्रिय रही। पुलिस द्वारा दुर्ग-भिलाई के सभी चौक-चौराहों में बेरीकेट्स लगाकर आने-जाने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी गई। दुर्ग के पटेल चौक, ग्रीन चौक व पुलगांव चौक में पुलिस ने नाकेबंदी की गई है। इन चौकों में लोगों की जांच की गई और बगैर कारण के किसी को आगे जाने नहीं दिया गया। वहीं लोगों को मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भी समझाइश दी गई।