दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना बीमारी से अधिवक्ता हितेंद्र ताम्रकार की मौत पर जिला अधिवक्ता संघ द्वारा संदेह व्यक्त किया गया है। अधिवक्ताओं ने मौत की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने प्रकरण में संलिप्त लोगो के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है ।
अधिवक्ता संघ की ओर से सौपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि अधिवक्ता हितेंद्र ताम्रकार की 6 सितम्बर को शंकराचार्य कोविड सेंटर जुनवानी में कोरोना से मृत्यु हुई थी। उनके परिजन शव लेने पहुचे तब मृत अधिवक्ता का सिर्फ चेहरा खोलकर दिखाया गया था। इस दरम्यान उसके सिर के पास काफी मात्रा में खून निकल रहा था। परिजनों द्वारा खून निकलने का कारण पूछने पर कोई संतोषजनक जवाब नही दिया गया। तब परिजनों ने सी.एम.ओ.दुर्ग गंभीर सिंह ठाकुर से इस सम्बंध में फोन पर चर्चा की। जिस पर उन्होंने डॉक्टर भेजकर चेक करवाने की बात कही थी। परंतु काफी समय बीतने के बाद भी उन्होंने कोई डॉक्टर नही भेजा तब परिजनों ने आनन फानन में 7 सितंबर को अंतिम संस्कार किया गया। वीडियो क्लिपिंग व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जो समाचार दिखाया गया है उसमें एम्बुलेंस वाहन मध्यप्रदेश की दिखाई पड़ रही है। जिसके कारण स्व.हितेन्द्र ताम्रकार की मृत्यु संदिग्ध प्रतीत होती है। जिसकी न्यायिक जांच किया जाना आवश्यक है। इस सम्बंध में परिजनों व अन्य लोगो के द्वारा भी जांच की मांग की गई है यदि जांच में कोताही बरती गई तो अधिवक्ता संघ आंदोलन करने हेतु बाध्य होना पड़ेगा। इस दरम्यान संघ के अध्यक्ष गुलाब सिंह पटेल, सचिव रविशंकर सिंह, सह सचिव किशोर यादव, मीडिया प्रभारी अनिल जायसवाल, मो.दानिश परवेज़, सुदर्शन महलवार, अशोक शुक्ला, आर. एस. यादव, नीरज गुप्ता, पंकज बेलचंदन, दिनेश सिंह, ढाल सिंह देवांगन, कृष्णराज चंदेल, आर. एस. यादव, शारदा प्रसाद सहित अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।