Russia। रूस ने स्पुतनिक-v (Sputnik V) आम नागरिकों के लिए जारी कर दी, रूस ने दुनिया कि पहली कोरोना वैक्सीन बना लेने का पिछले महीने ऐलान किया था। ख़ुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि उनके देश ने कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन बना ली है। उन्होंने यह भी बताया था कि उनकी बेटी को भी यह टीका लगाया गया है। वैक्सीन का नाम स्पुतनिक-v (Sputnik V) रखा गया है कि जो कि रूस के एक उपग्रह का भी नाम है। दावा है कि इस टीके से Covid-19 के खिलाफ स्थाय़ी इम्यूनिटी विकसित की जा सकती है।
रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन स्पुतनिक-v (Sputnik V) आम नागरिकों के लिए जारी कर दी गई है। जल्द ही क्षेत्रीय आधार पर वैक्सीन की डिलिवरी की योजना है। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। ‘स्पुतनिक-वी’ को रूस की गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर इपीडेमीलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉ़जी और रूस प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने विकसित किया है।
मंत्रालय ने बयान में कहा, “नए कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए Sputnik V वैक्सीन के पहले बैच ने चिकित्सा उपकरण नियामक के ज़रूरी क्वालिटी टेस्ट को पास कर लिया है और पहले बैच को सिविल सर्कुलेशन में जारी कर दिया गया है।” रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने COVID-19 की पहली वैक्सीन को 11 अगस्त को पंजीकृत किया था। इसका नाम Sputnik V रखा गया था।
भारत समेत पांच देशों में Sputnik V वैक्सीन का ट्रायल
अन्य देशों में रूसी वैक्सीन की सप्लाई को लेकर भी बड़ा बयान सामने आया है। रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RFID) के प्रमुख ने कहा है कि इस महीने भारत समेत 5 देशों में क्लीनिकल ट्रायल शुरू होंगे। फेज़ 3 के शुरुआती नतीजे अक्टूबर-नवंबर तक सामने आएंगे। भारत के साथ सऊदी अरब, UAE, फिलीपींस और ब्राज़ील में क्लीनिकल ट्रायल शूरू होंगे।