रायपुर (छत्तीसगढ़)। बीजापुर क्षेत्र कुटरू थाने में पदस्थ लापता सहायक उप निरीक्षक के. नागैया (58 वर्ष) का शव बरामद होने की खबर है। शव सोमवार की तड़के बरामद हुई है। एएसआई नागैया का कल कथित तौर पर अपहरण कर लिए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। पुलिस एएसआई का अपहरण व हत्या माओवादियों द्वारा की गई है इसकी अब तक पुष्टि नहीं हुई है।
बता दें कि रविवार कोअवकाश पर एएसआई मोटर साइकिल पर निकले थे। जिसके बाद वे लापता हो गए थे। उनकी मोटरसाइकिल मंगापेट्टा में रविवार दोपहर लावारिस हालत में मिली थी। ऐसा माना जा रहा है कि कुटरू नैमेड़ मार्ग पर रविवार सुबह माओवादियों ने अगवा कर लिया था। जिसके बाद आज सवेरे उनका शव बरामद हुआ है।
यह पहली बार हुआ है जब किसी पुलिस अधिकारी के अपहरण के बाद माओवादियों ने बिना किसी अल्टीमेटम के हत्या को अंजाम दिया है। ना ही माओवादियों की ओर से बंधक बनाए जाने की पुष्टि की गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार देर रात करीब 03 बजे केतुलनार के पास मुख्य मार्ग पर शव को फेंक दिया गया था।
एएसआई के.नागैया की पदस्थापना 04 माह पूर्व ही कुटरू में हुई थी। उनको जानने वालों के मुताबिक स्वभाव से मिलनसार थे और ग्रामीणों की अपने स्तर पर मदद भी किया करते थे। एएसआई के रिटायरमेंट को केवल दो साल बचे थे।
बताया गया है कि एएसआई के. नागैया के पुत्र के. रविकांत रविवार को सुकमा में थे। जो अपनी स्कोर्पियो गाड़ी भाड़े पर खुद चलाते हैं। जिससे उनकी अपनी आजीविका चलती है। अपहरण की खबर मिलते ही अपने पिता सहायक उपनिरीक्षक के. नागैया को नक्सलियों से मुक्त कराने की कोशिश में रविवार की शाम सुकमा से कुटरू की ओर रवाना हो गए थे।