दुर्ग (छत्तीसगढ़)। दुर्घटना में घायल गौवंशो को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए जाने के महापौर के दावे पर सवालिया निशान लगने लगे है। दुर्ग में आरटीओ कार्यालय के सामने दो दिनों से एक घायल गाय तडप रही है, लेकिन शिकायत के बाद भी निगम अमले द्वारा किसी प्रकार की सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई। निगम प्रशासन के जिम्मेदार एक दूसरे का फोन नंबर देकर अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आए। सूचना मिलने पर वाहन 112 जरुर मौके पर पहुंची, पर संसाधन के आभाव में वह असहाय नजर आई।
बता दें कि दुर्ग निगम महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा हाल ही में गौवंशो के सड़क दुर्घटना में घायल होने पर तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने मोबाइल वैन का संचालन किए जाने का दावा किया गया था। लेकिन यह दावा धरातल पर नजर नहीं आ रहा है। दो दिन पहले आरटीओ कार्यालय के सामने एक गाय सड़क दुर्घटना में घायल हो गई। इस गाय को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हिंदू महासभा के अरूण सावरकर द्वारा निगम कार्यालय से संपर्क किया गया तो वहां से जवाब मिला कि गाय की मौत होने के बाद वे शव को उठवा लेंगे। वहीं महापौर धीरज बाकलीवाल से संपर्क कि जाने पर उन्होंने अपने पीए का नंबर देकर पल्ला झाड़ लिया। जिसकी जानकारी मिलने पर 4thnation.com के प्रतिनिधि द्वारा निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि निगम द्वारा मोबाइल वैन संचालन के लिए पशु विभाग को एक ड्राइवर दिया गया है। जिससे चोटिल जानवर को पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। मोबाइल वैन के संचालन की जिम्मेदारी सम्हालने वाले डॉक्टर एम के चावला से संपर्क किए जाने पर उन्होंने मिटिंग में व्यस्त होने का हवाला दे दिया। अंततः देर शाम तक गाय को चिकित्सा सुविधा नहीं मिल सकी है। इस स्थिति को लेकर नागरिकों में भारी रोष परिलक्षित हो रहा है।