दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना संकटकाल में लॉकडाउन की वजह से पिछले 5 माह से बंद पड़े टेंट, लाइट, केटरिंग, इवेंट, साउंड, धुमाल, बैंड पार्टी के व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों का सोमवार को गुस्सा सामने आया। शासन-प्रशासन की कथित उपेक्षापूर्ण नीति से नाराज व्यवसायी विरोध में सड़क पर उतरकर शहर में रैली निकाली और कलेक्टोरेट पहुंचकर व्यवसाय संचालन की अनुमति मांगी।
इस दौरान व्यवसायियों द्वारा जिला प्रशासन को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा गया। व्यवसायियों की मांगों में उक्त सभी व्यवसाय को संचालन की अनुमति देने, वैवाहिक कार्यक्रम में 4 से 5 सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति, व्यवसाय में उपयोग आने वाली सभी वाहनों को लॉकडाउन की अवधि में फिटनेस व इंश्योरेंस में छूट, संस्थानों के बिजली बिल में छूट, होटल, मैरिज पैलेस, भवन के संपत्ति कर में छूट, भविष्य में लॉकडाउन की अवधि में सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक व्यवसाय संचालन की छूट के अलावा सामानों के परिवहन में छूट, उक्त व्यवसाय को इंडस्ट्रीज मानते हुए कम से कम एक वर्ष तक ब्याज रहित लोन देने की मांगे शामिल है।
प्रदर्शन दुर्ग-भिलाई टेंट, लाईट, कैटरिंग, इवेंट, साउंड, धुमाल, बैंडपार्टी एसोसिएशन के बैनरतले किया गया। जिसका नेतृत्व वेलकम किराया भंडार के संचालक सुरजीत सिंह सलूजा ने किया। सलूजा ने कहा कि इन व्यवसायियों का व्यापार पिछले 5 माह से बंद पड़ा हुआ है। जिससे व्यवसायियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई, साथ ही इस व्यवसाय से जुड़े करीब 10 हजार कर्मचारी बेरोजगार हो गए है। जिससे परिवार की रोजमर्रा की आवश्यकता को पूरा करना अब मुश्किल हो गया है। इन व्यवसाय के बगैर छोटे-बड़े आयोजनों की कल्पना नही की जा सकती है। ये व्यवसायी लोगों के सभी कार्यक्रमों में सहयोगी के रुप में खड़े होते है। जो वर्तमान में आर्थिक संकट से परेशान है, लेकिन इस ओर शासन- प्रशासन का ध्यान नहीं है, जो न्यायोचित नहीं है। रैली में कांफ्रेडेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के जिलाध्यक्ष प्रहलाद रुंगटा, प्रवीण भूतड़ा, बंटी जलाराम, जतीन नभवानी, मनोज गुप्ता, मनराखन शर्मा, मुकेश आड़तिया, संजय रुंगटा, महेश यादव, विनय बाफना, सुरेश गुप्ता, चेतन जैन शामिल थे।