दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जन समर्पण सेवा संस्था द्वारा हर पर्व की तरह भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व भी बड़े धूमधाम एवं मानव सेवा करके मनाया गया। जहां एक ओर सभी लोग अपने अपने घरों में भाई बहन मिलकर राखी पर्व मना रहे है, वही एक ओर जन समर्पण सेवा संस्था के युवा शहर में घूम घूमकर शहर में निवास कर रहे गरीब, असहाय बच्चों को खोजकर मिठाई, राखी, खिलौना, भोजन वितरण करके मानवता की मिशाल कायम की।
जन समर्पण सेवा संस्था के प्रमुख योगेन्द्र शर्मा “बंटी” ने बताया कि समाजवादी विचारधारा का जन्म ही समाज के निराश्रित एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी वह सुख सुविधाएँ पहुंचाने के लिए हुआ है। जिनसे अभी तक वह अछूता रहा है। एक सच्चे सामाजिक कार्यकर्ता का एकमात्र धर्म मानवता व सेवा होता है। इन्ही बातों को आत्मसात करते हुए जन समर्पण सेवा संस्था दुर्ग जो कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी में लगातार प्रतिदिन मानव सेवा एवं गौ सेवा कर रही है, संस्था द्वारा इस वर्ष राखी पर के पावन अवसर पर दुर्ग शहर के विभिन्न स्थानों में गरीब, असहाय, एवं जरूरतमंद बच्चों को मिठाई, राखी, खिलौना, भोजन का निःशुल्क वितरण किया। उन्होंने कहा कि राखी के पावन पर्व पर सभी लोग मिठाई, पकवान का आनंद लेते है, परन्तु प्रदेश एवं शहर में आज भी ऐसे गरीब परिवार एवं बच्चे है जो मिठाई खाना तो दूर मिठाई चखने से भी वंचित रह जाते है, और गरीब बच्चे राखी एवं खिलौना देखकर ही खुश हो जाते है।
संस्था के दीपेश बावनकर ने बताया की सभी के सहयोग से राखी पर्व के अवसर पर 3 अगस्त को दोपहर 1बजे दुर्ग वृद्धाआश्रम में वृद्धजनों को मिष्ठान, फल, नमकीन का वितरण किया गया। दोपहर 2 बजे दुर्ग बालआश्रम में छोटे छोटे बच्चों को मिष्ठान, चॉकलेट, वितरण किया गया। संध्या 6 बजे से दुर्ग रेलवे स्टेशन एवं विभिन्न स्थानों में जाकर गरीब, असहाय परिवार एवं बच्चों को राखी, मिठाई, खिलौना, चॉकलेट का वितरण किया गया। संस्था के सदस्यों ने शहर में लगभग 40 गरीब बच्चों को खिलौना, चॉकलेट एवं मिठाई वितरण किया गया रात्रि 8 बजे गरीब, असहाय एवं जरूरतमन्दों को भोजन खिलाया गया एवं सभी को राखी पर्व पर मिष्ठान एवं नमकीन वितरण किया गया।
संस्था प्रमुख बंटी शर्मा को प्रतिदिन भोजन खाने वाले गरीबों एवं जरूरतमंद महिलाओं ने नारियल, एवं राखी भेंट की जिसे देख के बंटी शर्मा एवं संस्था के सभी सदस्यों की आँख भर आई, संस्था के सदस्यों एवं विगत 3 वर्षों से प्रतिदिन भोजन खाने वालों में एक रिश्ता बन गया है।
दिप्पी बावनकर ने बताया कि संस्था द्वारा विगत 1300 दिनों से अधिक दिनों से प्रतिदिन गरीब, असहाय, विकलांग एवं जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन वितरण किया जाता आ रहा है, जिसमें प्रतिदिन रात्रि को भोजन खिलाया जाता है। साथ ही साथ विकलांगों एवं जरूरतमंदों को बैशाखी, ट्रायसिकल, व्हीलचेयर, मरीजों को पलंग, एवं कपड़े, बर्तन, वितरण किया जा रहा है। साथ ही साथ संस्था के सदस्य दीपावली में गरीब, असहाय, एवं जरूरतमन्दों को फटका, मिठाई, होली में रंग पिचकारी, ईद में सेवाई, क्रिसमस में केक एवं गुरुनानक जयंती पर मिठाई खिचड़ी वितरण एवं सभी धर्म एवं समुदाय के सभी पर्व भी गरीब, असहाय, एवं जरूरतमन्दों के साथ मानते आ रहे है। कार्यक्रमों में अर्जित शुक्ला, आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, संजय सेन, राजेन्द्र ताम्रकार, शब्बीर खान, शुभम सेन, पंकज यादव, भूपेंद्र सेन, रितेश मेहरा, मृदुल गुप्ता, समीर खान, शिबू , महेश गुप्ता, नितिन लुनावत, शिबू मिर्जा, एवं संस्था के अन्य सदस्य उपस्थित थे।