शहरी गौठान में महिलाओं को दिया गया प्रशिक्षण, दी गई जैविक खाद के साथ वर्मी वाॅश बनाने की जानकारी

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए नगर पालिक निगम के कोसानगर स्थित शहरी गौठान में समन्वय समिति की महिलाओं को दो चरण में प्रशिक्षण दिया गया। पहले सत्र में मौखिक प्रशिक्षण के अंतर्गत निगम उपायुक्त अशोक द्विवेदी और पीआईयू हरीश ठाकुर ने स्व सहायता समूह/ समन्वय समिति के सदस्यों को शासन की गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी और भुगतान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पशुपालकों का पंजीयन, सेंटर में गोबर की खरीदी, हर दिन की खरीदी का रिकाॅर्ड पंजी बनाने और पंजीकृत हितग्राहियों को बैंकों के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया को विस्तार से बताया। दूसरे सत्र में प्रायोगिक प्रशिक्षण हुआ। जिसमें दुर्ग जिला के वरिष्ठ कृषि अधिकारी एलबी जैन, कामधेनु विवि कृषि एवं पशुपालन विज्ञान केन्द्र अंजोरा के कार्यक्रम समन्वयक व वैज्ञानिक डाॅ. एसके थापक, सहायक संचालक सुष्मिता पाठक और एडीओ सुचित्रा दरबारी की टीम ने वर्मी कंमोस्ट और वर्मी वाॅश बनाने के तरीके बताएं। कृषि अधिकारी जैन ने बताया कि गोबर और केंचुआ खाद बनाने के दौरान पानी निकलता है। उसमें कई तरह के माइक्रो तत्व होते हैं, जिसका फसल में छिड़काव कर अच्छा उत्पादन लिया जा सकता है। उन्होंने वर्मी वाॅश को पाइप के जरिए एक टैंक में एकत्र करने, कम समय में वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए कचरे और गोबर को जल्द डी कंपोज करने के तरीके भी बताएं। शहरी गौठान के शेड का निरीक्षण कर गोबर से केंचुआ खाद बनने की प्रक्रिया तक जरूरी सावधानी जैसे टंकी की सतह को जमीन से निर्धारित ऊंचाई पर रखने की बात कही। टंकी में पर्याप्त छाया, केंचुए की सुरक्षा के लिए टंकी के चारो तरफ नाली बनाकर पानी भरने कहा। ताकि चींटी आदि केंचुएं को नुकसान न पहुंचा सके! जोन-1 आयुक्त सुनील अग्रहरि ने वित्तीय व्यवस्था के बारे में बताया। सहकारी साख समिति के माध्यम से शहरी गौठान के उत्पाद, जैविक खाद सहित अन्य वस्तुओं का मार्केटिंग और सेलिंग करना बताया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जोन-2 की आयुक्त पूजा पिल्ले, जोन-3 की आयुक्त प्रीति सिंह, जोन-4 के आयुक्त अमिताभ शर्मा, जोन-5 के आयुक्त महेन्द्र पाठक, लेखा अधिकारी जितेन्द्र ठाकुर, सूडा के अभिनव ठोकने, एआरओ शरद दुबे, संजय वर्मा, परमेश्वर चंद्राकर, मलखान सिंह शोरी और स्वच्छता निरीक्षक मौजूद रहे। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में सभी जोन की समन्वय समिति और एएलएफ की महिलाएं शामिल हुईं। जोन-1 की नई उड़ान की रेखा बघेल, एएलएफ की उर्मिला हटीले, उज्जवला समूह की गीता वर्मा, जोन-2 समन्वय समिति की अध्यक्ष किरण शर्मा, संगीता, जोन-3 नारी शक्ति समूह की अध्यक्ष बी पोलम्मा, विनिता पांडेय, जोन-4 की एएलएफ सत्य मेव जयते, डी मीना, केशरी और जोन-5 के समन्वय समिति की अध्यक्ष सुनीता गुप्ता सहित अन्य मौजूद रही।
हर पंजीकृत पशुपालकों का होगा कोड
प्रशिक्षण के दौरान समूह को यह जानकारी भी दी गई कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर बेचने वाले पंजीकृत प्रत्येक पशुपालकों का एक कोड होगा! इसी कोड के माध्यम से उन्हें भुगतान किया जाएगा। इसके लिए पशुपालकों का पंजीयन के दौरान बैंक पास बुक, आधार कार्ड और राशन कार्ड की फोटो कापी समूह के पास जमा करना अनिवार्य है।