नई दिल्ली। राजस्थान के राज्यपाल कालराज मिश्र ने राज्य के विधानसभा सत्र को मंजूरी दे दी है। उन्होंने बुधवार को देर शाम को यह फैसला लिया। राज्यपाल मिश्र ने राजस्थान विधानसभा के पंचम सत्र को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल द्वारा भेजे गए 14 अगस्त से आरंभ करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। राजभवन के राज्यपाल सचिवालय ने यह जानकारी दी है।
राजभवन से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजस्थान विधानसभा के सत्र के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाने के निर्देश मौखिक रूप से दिए हैं।
राज्यपाल की ओर से कहा गया था कि यदि सरकार विश्वास मत लाना चाहती है तो वह कोराना वायरस महामारी के चलते ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ का पालन करते हुए संक्षिप्त विधानसभा सत्र बुला सकती है। बता दें कि बार बार की गुहार के बाद भी विधानसभा सेशन आयोजित करने की इजाजत नहीं मिलने पर कांग्रेस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई थी। चीफ व्हिप महेश जोशी ने कहा था कि राज्यपाल आखिरकार सत्र बुलाने पर सहमत क्यों नहीं हो रहे हैं। कोरोना कोई मुद्दा नहीं है। कोरोना के मामले में राजस्थान में रिकवरी रेट अच्छा है। हमें फ्लोर टेस्ट की क्या जरूरत है। हम बहुमत में हैं। यदि राज्यपाल को संदेह है कि तो वह हमें फ्लोर टेस्ट का निर्देश दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि गवर्नर ऐसे सवाल कर रहे हैं जो कि उनकी अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं। हमारे के पास पूर्ण बहुमत है और हमने इस बारे में राज्यपाल को सूचित भी किया है।