कांग्रेस सरकारों को गिराने के खेल की बजाए कोरोना के भीषण संकट से निपटने के ठोस उपाय करे मोदी सरकार : राजेन्द्र साहू

रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने कहा है कि देश-दुनिया में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बाकी देशों में कोरोना संकट से निपटने के उपाय किए जा रहे हैं, वहीं भारत में मोदी सरकार राज्यों में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकारों को गिराने के खेल में व्यस्त है। कोरोना संकट के दौर में मोदी सरकार ताली-थाली बजाने, दीये जलाने और पटाखा फोड़ने के साथ मप्र में कांग्रेस सरकार गिराने में व्यस्त रही। वहीं, प्रदेश के जुमलेबाज भाजपा नेता सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं।
प्रदेश में कोरोना संकट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक सहित अन्य भाजपा नेताओं के बयान पर राजेंद्र ने कहा कि कोरोना देश-दुनिया में फैल चुका है। केंद्र सरकार ने नमस्ते ट्रंप और कमलनाथ सरकार गिराने का खेल नहीं किया होता और समय पर लॉकडाउन करने का फैसला कर लिया होता तो यह महामारी पूरे देश में फैलती ही नहीं।
राजेंद्र ने सवाल किया कि 15 साल तक छत्तीसगढ़ में राज करने वाले डॉ. रमन सिंह और धरमलाल कौशिक ने केंद्र सरकार से कोरोना संकटकाल में छत्तीसगढ़ को आर्थिक पैकेज दिलाने का प्रयास क्यों नहीं किया। केंद्र सरकार से राज्य की जनता के लिए राशि लाने या फंड जुटाने सहित रोजगार देने वाली योजनाओं को लाने का काम क्यों नहीं किया? इस संकट की घड़ी में रमन सिंह या धरम कौशिक जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं का केवल बयानबाजी करना शोभा नहीं देता।
राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार वैश्विक विपदा की घड़ी में कांग्रेस सरकारों को गिराने का खेल बंद करे। महामारी से निपटने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। महामारी के कारण लोगों का जीवन संकट में है। लॉकडाउन के कारण लोगों की रोजी-रोटी का संकट तेजी से बढ़ रहा है। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के नेता इस संकट से निपटने की बजाय 70 साल का रोना रो रहे हैं।
राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज से आम आदमी, किसानों, मजदूरों, महिलाओं समेत हर वर्ग के लोगों को कोई मदद नहीं मिली है। यह एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है। आम जनता पैकेज से अनुदान, सहायता का इंतजार कर रही है। कहीं यह बड़ी रकम भ्रष्टाचार की भेंट न चढ़ जाए। उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 के आम चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही मोदी सरकार कोरोना संकट से निपटने में भी पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।