दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना काल में भी शासन के निर्देश के विपरीत बच्चों से फीस की डिमांड करने के आरोपों से घिरे निजी स्कूल संचालकों द्वारा अब शिक्षकों को वेतन नहीं दिए जाने का मामला सामने आया है। शुक्रवार को दुर्ग-भिलाई के निजी स्कूलों के शिक्षकों ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ डीईओ का घेराव कर विरोध प्रकट किया। शिक्षकों ने डीईओ से तत्काल मामले में हस्तक्षेप कर वेतन दिलाने की मांग की।
आम आदमी पार्टी के नेता मेहरबान सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले संचालक शिक्षण संचालनालय ने सभी स्कूलों को भुगतान करने के लिए आदेश जारी किया था। आदेश में शिक्षकोें को पूरा भुगतान करने की बात कही गई थी, लेकिन वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा। इससे शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। शिक्षकों ने स्कूलों के सोशल ऑडिट की भी मांग की। इससे स्पष्ट होगा कि स्कूल वास्तव में वेतन भुगतान की स्थिति में हैं अथवा नहीं।
एक शिक्षक ने बताया कि निजी स्कूलों को सरकार ने आरटीई की राशि का भुगतान नहीं किया है। इससे स्कूलों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। आरटीई का केंद्र सरकार 60 और राज्य सरकार 40 प्रतिशत भुगतान करती है। यह भुगतान जारी किया जाए तो टीचर्स के वेतन की व्यवस्था हो सकती है। इस पर डीईओ ने बताया कि यह मामला फिलहाल कोर्ट में है।